इस्लामाबाद: 1947 में भारत से अलग होकर इस्लामी राष्ट्र बना पाकिस्तान, अपनी कट्टरपंथी सोच और हरकतों के कारण ही इस समय आर्थिक तंगी, बदहाली, राजनितिक अस्थिरता जैसी मुश्किलों में घिरा हुआ है। पाकिस्तान द्वारा पाले गए आतंकी, आज उसे ही लहूलुहान कर रहे हैं, हालाँकि, इतना सबकुछ होने के बावजूद पड़ोसी मुल्क के सर से मजहबी कट्टरपंथ का भूत नहीं उतरा है। अब 1 सितंबर को, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के राजनपुर जिले में अल्कानी जनजाति की एक आदिवासी महिला को कथित व्यभिचार के लिए क्रूरतापूर्वक प्रताड़ित करने के बाद पत्थर मारकर हत्या किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बता दें कि, व्यभिचार के लिए पत्थरों से मार-मारकर मौत के घाट उतारना, एक इस्लामी सजा है, जिसका कुछ इस्लामी देश और तालिबान पालन करते हैं, आदिवासियों में ऐसी कोई प्रथा नहीं रही है।
Benefits of living in a Sharia state
— ElsaRules#NDM (@RulesElsa) September 3, 2023
"The husband of the woman, who is in her 20s, accused her of adultery"
"The man along with his two brothers tied the woman against a tree and stoned her to death"
"Before stoning her, they also brutally tortured her"https://t.co/57sd9iCd2F
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता के पति ने उस पर व्यभिचार का आरोप लगाया था। उसने और उसके दो भाइयों ने पीड़िता को बेरहमी से प्रताड़ित करने के बाद एक पेड़ से बांध दिया और पत्थर मारकर हत्या कर दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने उसकी खोपड़ी को पत्थरों और डंडों से कुचल दिया। पाकिस्तानी अखबार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उसकी हत्या करने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। चूचा बॉर्डर मिलिट्री पुलिस ने इस मामले में धारा 302 (हत्या), 148 (घातक हथियार से लैस दंगा), 149 (गैरकानूनी जमावड़ा), और 311 (यदि किसी अपराध को अंजाम देने के लिए कोई कृत्य किया जा रहा हो, तो हत्या की सजा) के तहत FIR दर्ज की है।
कुछ अनाम स्रोतों का हवाला देते हुए, लगभग 20 साल की महिला को लगभग दो साल पहले औस (अग्नि द्वारा चरित्र परीक्षण) और औफ (पानी द्वारा चरित्र परीक्षण) के आदिवासी अनुष्ठानों के अधीन किया गया था। उसने अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए घायल हुए बिना ऑस पूरा किया था, लेकिन फिर भी अब उसकी हत्या कर दी गई। बता दें कि, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में ऑनर किलिंग कोई अकेली घटना नहीं थी. मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के अनुसार, पाकिस्तान में "सम्मान" के नाम पर हर साल लगभग 1,000 महिलाओं की हत्या कर दी जाती है, जिनमें से ज्यादातर परिवार की इच्छा के विरुद्ध शादी करने या प्रेम संबंध रखने के कारण होती हैं। अधिकांश मामलों में, परिवार के करीबी सदस्यों द्वारा ही आरोप लगाया जाता है और अक्सर वे दंड से बचने में भी कामयाब हो जाते हैं।
सही तरीके से नहीं पहना हिजाब, तो शिक्षक ने 14 छात्राओं को कर दिया गंजा
G20 समिट के लिए भारत आ रहे कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रुडो, यूक्रेन को न बुलाए जाने पर जताया दुःख