इंदौर: मध्यप्रदेश में कोरोना संकट तेजी से बढ़ रहा है। अब इन सभी के बीच सेना के एक वीर जवान मातृभूमि की सेवा करते हुए सियाचिन ग्लेशियर में शहीद हो गए। आप सभी को बता दें कि मध्य प्रदेश के नागदा निवासी सेना के जवान 'बादलसिंह चंदेल' 27 हजार फीट ऊंचे ग्लेशियर पर तैनात थे, बीते शुक्रवार रात को उनका पार्थिव देह इंदौर एयरपोर्ट पहुंचने पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान उन्हें अधिकारियों ने सलामी दी और श्रद्धांजलि अर्पित की। इसी के साथ वहां से शहीद बादल सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक निवास को रवाना हुआ।
आप सभी को हम यह भी बता दें कि प्रदेश के जवान बादल सिंह चंदेल सन 2004 को सेना में शामिल हुए थे, उनकी पहली पोस्टिंग रानीखेत में हुई थी। बीते 13 फरवरी को वे ड्यूटी पर वापस लौटे, उन्हें सियाचिन में 27 हजार फीट ऊपर ग्लेशियर पर तैनात किया गया था। वहीं 27 हजार 500 फीट की ऊंचाई पर स्थित ग्लेशियर पर तैनाती के दौरान बर्फ धंसने के कारण दबने से इनकी मौत हो गई। सामने आने वाली जानकारी को माना जाए तो बादल सिंह का विवाह 2017 में ही हुआ था और शहीद बादल सिंह चंदेल के परिवार में उनके माता-पिता, पत्नी और साढ़े तीन साल का बेटा भी है।
अब उनकी शहादत से पूरे शहर में शोक का माहौल है आपको हम यह भी बता दें कि सियाचीन में शहीद हुए नगर के बादल सिंह चंदेल की पार्थिव देह आज सुबह नागदा पहुंच चुका है और यहाँ उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए नगर का पूरा जन सैलाब उमड़ने के बारे में कहा जा रहा है। आज उन्हें मुक्तिधाम पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। खबरों के मुताबिक एसडीएम गोस्वामी ने नगर पालिका प्रशासन को शहीद के निवास स्थान के अलावा विभिन्न स्थानों पर मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
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