नासिक: महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में प्रतिदिन हजारों के आँकड़े में भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं। विश्वभर के भक्तों के बीच यह मंदिर आस्था का प्रतीक है। यदि आप भी दर्शन करने की योजना बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूर है। दरअसल, त्र्यंबकेश्वर मंदिर में 8 दिनों कर श्रद्धालु दर्शन नहीं कर पाएंगे। मंदिर 12 जनवरी तक बंद रहने वाला है। इस बात की खबर मंदिर ट्रस्ट की तरफ से दी गई है।
मंदिर ट्रस्ट ने खबर देते हुए बताया है कि आने वाले 8 दिनों तक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा मंदिर के ज्योतिर्लिंग के रखरखाव का काम किया जाएगा। इस के चलते भक्तों को मंदिर के भीतर जाने की इजाजत नहीं होती। बता दें कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। यब ब्रह्मगिरी पहाड़ के तल पर स्थित है। कहा जाता है कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर में विशेष तौर पर श्रावण और शिवरात्रि के चलते भक्तों की काफी भीड़ रहती है। यहां हर रोज हजानों के आँकड़े में भक्त दर्शन करने पहुंचते हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के विशेषज्ञ अब ज्योतिर्लिंग को किसी तरह का नुकसान से बचाने के लिए नया लेप लगाएंगे। कहा जा रहा है कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर के इतिहार में पहली बार इतनी लंबे अंतराल के लिए श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट बंद रहने वाले हैं।
हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते एहतियात के दौरान मंदिर को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया था, मगर नॉर्मल दिनों में मंदिर भक्तों के लिए बंद नहीं रखा जाता था। अब रखरखाव के कारण मंदिर में भक्त दर्शन करने नहीं पहुंच पाएंगे। हालांकि, इन 8 दिनों में ज्योतिर्लिंग की दैनिक पूजा अवश्य होगी। इसके लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की तरफ से भी मंजूरी मिल गई है।
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