कोलकाता: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में 16 अप्रैल को भड़की हिंसा की जांच के लिए तृणमूल कांग्रेस (TMC) की पांच सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम शुक्रवार को कोलकाता से निकल चुकी है। इस टीम में TMC की चार महिला सांसद भी शामिल हैं। यह टीम पश्चिम बंगाल की सीएम और TMC प्रमुख ममता बनर्जी को रिपोर्ट सौंपेगी। बता दें कि नादिया जिले के हंसखली इलाके में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और मौत के मामले में जांच के लिए भाजपा ने भी जांच दल भेजा था।
TMC की जहांगीरपुरी जाने वाली टीम में तीन सांसद काकोली घोष दस्तीदार, शताब्दी रॉय और अपारूप पोद्दार और एक पूर्व सांसद अर्पिता घोष शामिल है। संभावना जताई जा रही है कि यह टीम जहांगीरपुरी में स्थानीय लोगों से चर्चा करेगी और सीएम बनर्जी को रिपोर्ट देगी। पार्टी सांसद सुदीप बनर्जी इस टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, 'हम सांसदों वाली चार सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम जहांगीरपुरी भेज रहे हैं। मैं निगरानी के लिए वहां रहूंगा, मगर सिर्फ महिला सांसद ही मौके का दौरा करेंगी। हमें पता चला है कि कई लोगों को इलाके में जाने की इजाजत नहीं है। हम देखना चाहते हैं कि क्या अधिकारी महिलाओं की टीम को अनुमति देंगे।'
बता दें कि हंसखाली में सामूहिक बलात्कार पीड़िता का आरोपियों ने दाह संस्कार भी कर दिया था। इस मामले की जांच के लिए भाजपा की टीम पहुंची थी। इससे पहले भी बीरभूम नरसंहार की जांच के लिए भाजपा ने टीम भेजी थी। उस दौरान एक TMC नेता की हत्या के बाद 10 लोगों को जिन्दा जला दिया गया था। दोनों दलों ने भाजपा चीफ जेपी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। अब माना जा रहा है कि, ममता बनर्जी भी उसी का बदला लेने और भाजपा को घेरने के लिए जहांगीरपुरी में टीम भेज रही है।
हिमाचल में इस बार होगा त्रिकोणीय मुकाबला, AAP की एंट्री से बिगड़ा भाजपा-कांग्रेस का गणित
पंजाब में कांग्रेस को ले डूबा 'माफिया प्रेम' ? सिद्धू ने किया बड़ा दावा
अखिलेश यादव से नाराज़ आज़म खान से मिलने सीतापुर जेल पहुंचे शिवपाल, नया गठजोड़ बनने की अटकलें