अगरतला: कोलकाता और चेन्नई जाते समय अगरतला रेलवे स्टेशन पर दो भारतीय दलालों और छह बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिए जाने के ठीक एक दिन बाद, 4 अगस्त को पश्चिमी त्रिपुरा जिले में बिना अनुमति के भारतीय क्षेत्र में घुसने के आरोप में बारह और विदेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया। इनमे तीन महिलाएं भी शामिल थीं।
रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम अगरतला पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर एसके बर्धन ने बताया है कि, 12 बांग्लादेशी घुसपैठियों को राज्य की राजधानी के बाहरी इलाके लंकामुरा और शानमुरा इलाकों में अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक से हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा कि, "हम हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। पासपोर्ट और विदेशी अधिनियमों के तहत केस दर्ज किया गया है।'' गिरफ्तार बांग्लादेशी घुसपैठियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उन्हें आगे की जांच के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।
अगरतला रेलवे स्टेशन, चंद्रपुर अंतरराज्यीय बस टर्मिनस, महाराजा बीर बिक्रम हवाई अड्डा और त्रिपुरा के अन्य स्थानों पर, राजकीय रेलवे पुलिस, सीमा सुरक्षा बल, पुलिस और अन्य अधिकारियों ने पिछले कुछ महीनों में 200 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों और 32 रोहिंग्या व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। देश में घुसपैठ करने वाले विदेशी नागरिकों की बढ़ती संख्या के जवाब में, मुख्यमंत्री माणिक साहा ने जुलाई में वरिष्ठ बीएसएफ कर्मियों के साथ मुलाकात की। कमांडर और सीमा चौकी स्तर पर, बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) और बीएसएफ के बीच कई बार बातचीत हुई है।
इससे पहले 1 अगस्त 2024 को अगरतला रेलवे स्टेशन पर आठ बांग्लादेशी नागरिकों और दो भारतीय दलालों को हिरासत में लिया गया था। बांग्लादेश के दलालों की मदद से बांग्लादेश के नागरिक अवैध रूप से भारत में घुसे थे। त्रिपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किए गए अवैध घुसपैठियों के खिलाफ विशेष मामला दर्ज किया है। इससे पहले 27 जुलाई को अगरतला रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने 23 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया था।
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