नई दिल्लीः ई-सिगरेट के खिलाफ जल्द एक और बड़े देश में पाबंदी लग सकती है। सुपर पॉवर यूएस अपने यहां इस पर पाबंदी लगा सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात का संकेत देते हुए कहा है कि स्वास्थ्य संबंधी जोखिम को देखते हुए यह कदम उठाया जा सकता है। इसमें अलग-अलग फ्लेवर वाली ई-सिगरेट शामिल हैं। गौरतलब है कि कई लोगों की मौत का संबंध ई-सिगरेट से पाया गया है। अमेरिका के 33 राज्यों में छह लोगों की मौत और फेफड़ों के रोग के 450 मामलों के पीछे वजह ई-सिगरेट पीना मुख्य वजह पाया गया है।
इन 450 मामलों में ज्यादातर पीड़ित औसतन 19 वर्ष आयु वर्ग के युवा हैं। ई-सिगरेट पीने को वेपिंग कहते हैं। ट्रंप के मुताबिक वेपिंग ‘एक नई समस्या’ है खासकर बच्चों के बीच। वेपिंग के बारे में स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात के बाद ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि मौत के मामले हैं और बहुत सारी अन्य समस्याएं भी हैं। लोगों को लगता है कि यह सिगरेट का एक आसान विकल्प है लेकिन पता चला है कि इसकी भी अपनी समस्याएं हैं। दरअसल ट्रंप प्रशासन पर इसे बैन करने का बहुत दवाब है। सांसदों, सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों, अभिभावकों और शिक्षाविदों की ओर से व्हाइट हाउस और एफडीए पर इस तरह का निर्णय जल्द लेने का दवाब था।
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