दुनिया के हर देश में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी रैली सुर्खियों में है.शनिवार को वाशिंटन पोस्ट के हवाले से कहा गया है कि इस चुनावी रैली के दौरान यहां कुर्सियों पर चस्पा किए गए शारीरिक दूरी के संदेश वाले वाले स्टीकरों को आयोजकों ने हटा दिए थे.इसमें आगे लिखा गया है कि यह सब ऐसे समय हुआ, जब अमेरिका में कोरोना के सर्वाधिक संक्रमित हैं.अमेरिका में कोरोना का प्रकोप अभी थमा नहीं है.दरअसल, चुनावी रैली के दौरान यहां हजारों की संख्या में कुर्सियां लगाई गई थीं.इन कुर्सियों पर शारीरिक दूरी बनाए रखने वाले स्टीकर लगाए गए थे.इस स्टीकर पर लिखा था 'यहां मत बैठो, प्लीज।' अखबार का दावा है कि लेकिन रैली के आयोजकों ने इस स्टीकर को हटा दिए.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में कोरोना प्रबंधन ने सुरक्षा प्रोटाकॉल के मद्देनजर 12,000 सीटों पर नॉट-सिट का स्टीकर चिपकाए थे.हालांकि, रैली से कुछ घंटे पहले प्रचारकों ने इवेंट प्रबंधन से स्टीकर हटाने के लिए कह दिया.इसको लेकर ट्रंप की चुनावी रैली विवादों में फंस गई है.ट्रंप के इस चुनावी रैली को कवर करने वाली बिलबोर्ड पत्रिका ने एक वीडियो के जरिए हजारों कुर्सियों से स्टीकर हटाते हुए दिखाया गया है.वही, ट्रंप के इस रैली अभियान के प्रवक्ता टिम मुर्टो ने अपने एक बयान में कहा है कि रैली में कोरोना प्रोटोकॉल का निर्वाह किया गया.उन्होंने कहा कि रैली में भाग लेने वाले प्रत्येक सदस्य की थर्मल जांच की गई थी.इसके अलावा रैली में शामिल लोगों को फेस मास्क दिया गया.लोगों को हैंड सैनिटाइजर मुहैया कराया गया.उन्होंने कहा कि रैली से जुड़े किसी भी प्रबंधक से सीटों से स्टीकर हटाने के लिए नहीं पूछा गया।
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस रैली में ट्रंप बिना फेस मास्क पहने ही मंच पर पहुंचे थे.इतना ही नहीं, रैली में पहुंचे हजारों लोगों ने ट्रंप का अनुसरण करते हुए फेस मास्क नहीं पहन रखा था.इसके बाद ट्रंप ने अपने एक साक्षात्कार में कहा कि वह रैली में फेस मास्क नहीं पहनेंगे.उन्होंने साफ किया कि वह ऐसा विरोध स्वरूप नहीं कर रहे हैं.अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि अब मुझे कोरोना का कोई खतरा नहीं है.बता दें कि ट्रंप 2020 में देश में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के लिए ओक्लाहोमा प्रांत के तुलसा की रैली में शामिल होने गए थे।
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