नई दिल्ली: इंटरनेशनल बैंकर और राजनीतिक रणनीतिकार अंशुमान मिश्रा ने बताया है कि अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले साल शपथ ग्रहण के बाद भारत की यात्रा की योजना बना रहे हैं। यह जानकारी ट्रंप ने खुद अंशुमान को दी, जब अंशुमान उनके साथ फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो रिसॉर्ट में मौजूद थे। अंशुमान मिश्रा को ट्रंप के परिवार के साथ उनकी चुनावी जीत का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित किया गया था, और उन्होंने वहां की कुछ तस्वीरें भी साझा की हैं।
अंशुमान के अनुसार, ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैलियों और उनकी भीड़ जुटाने की क्षमता से बहुत प्रभावित हैं। ट्रंप ने यह भी कहा कि अहमदाबाद की रैली में उन्होंने असली भीड़ का अनुभव किया, जो उनकी उम्मीदों से परे था। ह्यूस्टन में हुए "हाउडी, मोदी!" इवेंट का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि भारत जैसी रैलियों की वे कल्पना भी नहीं कर सकते। अंशुमान मिश्रा ने बताया कि ट्रंप और मोदी के बीच अच्छे संबंध हैं, लेकिन ट्रंप अमेरिका के आर्थिक हितों को सर्वोपरि मानते हैं। इसके लिए वे व्यापार शुल्क बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं, भले ही इससे अन्य देशों पर असर हो। अपने चुनाव प्रचार में ट्रंप ने आयातित वस्त्रों पर 60 प्रतिशत शुल्क लगाने का वादा किया था।
अंशुमान का कहना है कि ट्रंप "अमेरिका फर्स्ट" नीति को लेकर गंभीर हैं, क्योंकि वे मानते हैं कि अमेरिका कई आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। मिश्रा को भरोसा है कि ट्रंप का दूसरा कार्यकाल भारत-अमेरिका संबंधों के लिए "गोल्डन एरा" ला सकता है, और मोदी-ट्रंप की अच्छी समझदारी इस रिश्ते को और मजबूत करेगी। जब उनसे पूछा गया कि क्या ट्रंप चीन के साथ किसी समझौते के लिए तैयार होंगे, तो मिश्रा ने इसे नकारते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच मौजूदा तनाव के चलते ऐसा समझौता संभव नहीं है।
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