नई दिल्ली: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की 36 घंटे की भारत यात्रा अमेरिका और वहां की रिपब्लिकन पार्टी के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकती है. वहीं, अमेरिकी रक्षा कंपनियों की नजर बड़े सौदों पर टिकी हुई है. सरकारी सूत्रों के हवाले से यह खबर आमने आई हैं. ट्रम्प की भारत यात्रा के दौरान भारत-अमेरिका के बीच 21 हजार करोड़ रुपए के रक्षा सौदों पर मुहम लगने की सम्भवना हैं. जिसमें 18,626 करोड़ रु. का सी-हॉक हेलिकाप्टरों का सौदा भी प्रमुख रूप से शामिल है. नौसेना को 24 सी-हॉक हेलिकाप्टरों की आवश्यकता है. भारत को अमेरिका मिसाइल डिफेंस शील्ड भी बेचने की कोशिश कर रहा है, चूकि वह रूस की एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भारत में आने से रोक सके. रक्षा सूत्रों ने बताया है कि इस पर कोई समझौता नहीं होगा. रूसी समझौते पर भारत कायम रहते नजर आ रहा हैं.
वहीं दूसरी ओर भारत ट्रम्प परिवार के स्वागत-सत्कार और सुरक्षा पर 200 करोड़ रुपए खर्च करेगी. जिसमें ‘नमस्ते ट्रम्प’ के आयोजन पर 100 करोड़ और शेष दो चरणों की यात्रा के दौरान सुरक्षा पर 100 करोड़ रुपए का खर्च अनुमानित लग रहा है. अमेरिका में इसी साल राष्ट्रपति चुनाव होगा. ट्रम्प मोटेरा में करीब 1.10 लाख लोगों काे संबोधित करेंगे. उनकी नजर अपने देश के 25 लाख भारतीय मूल के वोटरों को लुभाने की मानी जा रही हैं.
दोनों देशों में व्यापार समझौते के आसार कम ही नजर आ रहे है. अमेरिका ने भारत को जीएसपी की सूची से हटा दिया था. जीएसपी के अंतर्गत अमेरिका को भारत 3,000 उत्पाद ड्यूटी फ्री निर्यात कर रहा था. इसमें आभूषण, चावल प्रमुख रूप से हैं. भारत चाहता है कि अमेरिका इसे वापस ले. साथ ही स्टील पर भी 25% शुल्क वृद्धि वापस हो. भारत उसे 5,391 करोड़ रुपए का स्टील निर्यात करता था. वहीं शुल्क बढ़ने से यह आधा हो गया है. अमेरिका डेयरी उत्पाद भी भारत में बेचना चाहता है, परन्तु अमेरिका में गायों को मांसाहारी चारा खिलाया जाता है, जिस कारण भारत को इस पर आपत्ति है.
बिना नेट बैंकिंग ब्रांच या एटीएम गए चेक कर सकते है अपना, बैंक बैलेंस अकाउंट स्टेमेंट
जेबीटी-टीजीटी के 2125 पदों पर नहीं हो रही है भर्ती, आदेश हुआ जारी
शिमला सहित इन क्षेत्रों में भी भारी बर्फवारी, सैलानी परेशान