तीसरे विश्व युद्ध को लेकर ट्रंप ने किया बड़ा ऐलान, शपथ-ग्रहण से पहले कही ये बात

तीसरे विश्व युद्ध को लेकर ट्रंप ने किया बड़ा ऐलान, शपथ-ग्रहण से पहले कही ये बात
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नई दिल्ली: डोनाल्ड ट्रंप आज अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं। वॉशिंगटन डीसी में आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की गईं हैं, जिसमें कई विदेशी मेहमान भी शामिल होने वाले हैं। हालांकि, राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ही ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल को लेकर बड़े ऐलान करना शुरू कर दिया है।

राष्ट्रपति बनने से एक दिन पहले, 19 जनवरी को, ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल वन एरेना में 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' (MAGA) थीम पर आयोजित विजय रैली को संबोधित किया। इस रैली में उन्होंने अमेरिकी जनता के लिए अपने आगामी कदमों की झलक पेश की और कई कड़े फैसलों का वादा किया। ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन अमेरिकी सीमाओं पर फिर से नियंत्रण स्थापित करेगा। उन्होंने सभी अवैध प्रवासियों को उनके देश वापस भेजने का ऐलान किया और इसे अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान बताया। इस अभियान में हजारों अवैध शरणार्थियों और प्रवासी अपराधियों को बाहर निकाला जाएगा। हालांकि, ट्रंप ने यह भी स्वीकार किया कि इस प्रक्रिया में समय और संसाधन लगेंगे।

रैली में ट्रंप ने जो बाइडेन के प्रशासन के फैसलों को पलटने का संकल्प लिया और कहा कि वे शपथ लेने के कुछ घंटों के भीतर कई नीतियों को बदल देंगे। उन्होंने ड्रग माफियाओं को 'विदेशी आतंकवादी संगठन' घोषित करने और मैक्सिको सीमा पर आपातकाल लागू करने की योजना की भी घोषणा की। ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, "मैं यूक्रेन में चल रहे युद्ध को खत्म करूंगा, मध्य पूर्व में फैली अराजकता को रोकूंगा और तीसरे विश्व युद्ध को होने से बचाऊंगा। आपको नहीं पता कि हम इसके कितने करीब हैं।" ट्रंप ने यह भी कहा कि यदि वे पहले राष्ट्रपति होते तो मौजूदा युद्ध कभी शुरू नहीं होता। उन्होंने गाजा युद्धविराम का श्रेय भी खुद को दिया।

अपने भाषण में ट्रंप ने बॉर्डर सिक्योरिटी, जेल सुधार और महिलाओं के खेलों में निष्पक्षता जैसे मुद्दों पर काम करने का भरोसा दिलाया। ट्रंप ने कहा, "हम अपने देश की प्रॉपर्टी वापस लाएंगे और अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे।" डोनाल्ड ट्रंप के इन बयानों से साफ है कि उनके दूसरे कार्यकाल में अमेरिका की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय नीतियों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

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