वाशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले डोनाल्ड ट्रंप, शपथ ग्रहण से पहले एक बड़े संकट में फंसते नज़र आ रहे हैं। दरअसल, ट्रंप को एक पोर्न स्टार को पैसे देकर चुप रहने के मामले में अदालत ने दोषी पाया है और अब उनकी सजा पर ऐलान होने वाला है। कोर्ट ने इस मामले में 10 जनवरी को सुनवाई की तारीख मुक़र्रर की है, जिसमे ट्रंप को खुद अदालत में पेश होना होगा। हालांकि, जज ने संकेत दिया है कि उन्हें जेल नहीं भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि, यह मामला ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ से ठीक दो हफ्ते पहले आया है। ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। हालांकि, ट्रंप ने इस मामले को लेकर खुद को निर्दोष बताते हुए इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। न्यूयॉर्क के जज जुआन मर्चेन ने सुनवाई के दौरान स्पष्ट किया कि ट्रंप को जेल भेजने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि सजा के तौर पर उन्हें 'सशर्त रिहाई' दी जा सकती है। ट्रंप अदालत में व्यक्तिगत रूप से या वर्चुअल माध्यम से पेश हो सकते हैं।
ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 2006 में पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स के साथ संबंध बनाए थे और 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान इस मामले को दबाने के लिए उन्हें 1,30,000 डॉलर का भुगतान किया था। इस रकम को छिपाने के लिए व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी के आरोप में उन्हें दोषी ठहराया गया है। हालाँकि, ट्रंप ने इन आरोपों को राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए खारिज किया है। उनके वकीलों ने तर्क दिया कि राष्ट्रपति बनने के बाद इस तरह के मामले उनकी शासन करने की क्षमता में बाधा डाल सकते हैं। लेकिन जज मर्चेन ने इन दलीलों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कानून के शासन को कमजोर करने के लिए इस मामले को खारिज नहीं किया जा सकता।
इससे पहले स्टॉर्मी डेनियल्स ने कोर्ट को बताया था कि ट्रंप ने उनसे मुलाकात के दौरान उनके करियर और स्वास्थ्य के बारे में सवाल किए थे। यह मामला 2016 में ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान सुर्खियों में आया था। डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को शपथ लेने वाले हैं। उनकी पार्टी, रिपब्लिकन, ने सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव दोनों में बढ़त हासिल कर ली है। सीनेट में उनके पास 52 सीटें हैं, जबकि डेमोक्रेट्स के पास 47 सीटें हैं। हाउस में रिपब्लिकन के पास 216 सीटें हैं, जबकि डेमोक्रेट्स के पास 209 सीटें हैं।
यह मामला न केवल ट्रंप के राजनीतिक करियर के लिए बल्कि अमेरिकी राजनीति के इतिहास में भी एक अभूतपूर्व घटना है, क्योंकि इससे पहले किसी भी राष्ट्रपति पर ऐसे आरोप नहीं लगे हैं। अब देखना होगा कि 10 जनवरी की सुनवाई में क्या सजा सुनाई जाती है।