हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर से BJP पर वार किया है। जी दरअसल उन्होंने शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर जमकर हमला किया है और इस दौरान वह बहुत नाराज भी नजर आए। उन्होंने BJP को उनकी 11 महीने पुरानी सरकार को गिराने की चुनौती भी दी। जी दरअसल रैली के दौरान उन्होंने कहा कि ‘अगर आपमें हिम्मत है तो मेरी सरकार गिराकर दिखाएं।’ आगे उन्होंने कहा कि 'पहले भाजपा केंद्र में अपनी सरकार को बचाए। अगर भाजपा की देश की अर्थव्यवस्था में सुधार के बजाय सरकारें गिराने में दिलचस्पी रही तो देश में अराजकता फैल जाएगी।'
इसी के साथ अपने संबोधन में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिये बिना कहा, ‘पहले ‘कोई विकल्प’ नहीं होने की बात के बजाय लोगों ने अब सोचना शुरू कर दिया है कि आपको छोड़कर कोई और करेगा। अर्थव्यवस्था में सुधार के बजाय सरकारों को गिराने के लिए कदम उठाये गये। हम अराजकता की ओर बढ़ रहे हैं।’ आगे मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि, 'शिवसेना को सत्ता का लोभ नहीं है। देश में जब महामारी फैल रही है तब कोई राजनीति कैसे कर सकता है? शिवसेना के हिंदुत्व पर सवाल उठाया जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस की छवि खराब की जा रही है।'
वहीँ इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के नागपुर में दिये संबोधन का जिक्र किया और कहा, ‘आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हिंदुत्व शब्द को पूजा परिपाटियों से जोड़कर तोड़-मरोड़कर पेश किया जाता है।’ आगे उन्होंने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हिंदुत्व पर दिये गये एक बयान को लेकर कहा, ‘उनकी तरह काली टोपी पहनने वाले लोगों के पास अगर दिमाग है तो उन्हें इस बात को समझना चाहिए।’ ठाकरे ने कहा, ‘मुझे स्थानों को बंद करने में कोई खुशी नहीं मिलती। प्रतिबंध हटाने का काम सावधानी पूर्वक और धीरे-धीरे किया जा रहा है।’ इस तरह उन्होंने और भी बातों को लेकर जमकर तंज कसे।
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