जीएसटी के बाद से कार की कीमतें प्रभावित हो रही है. ऐसी स्थिति में हर कोई यही चाहेगा कि उसकी गाड़ी सही-सलामत रहे और कम ईंधन की खपत के साथ बेहतर माइलेज दे. कार बेहतर सर्विस दे, इसके लिए कार के मैनुअल को ध्यान से पढ़े और सर्विसिंग को उसी के अनुसार शेड्यूल करे. इससे यह फायदा होगा कि कार कंपनी के नियम अनुसार मैंटेन की जाएगी तो वारंटी का फायदा उठाते समय कंपनी किसी भी प्रकार से मना नहीं करेगी. दूसरा फायदा यह होगा कि कार का कूलिंग सिस्टम, सस्पेंशन और अन्य नट-बोल्ट व दूसरे फीचर्स बेहतर स्थिति में लंबे समय तक रहेंगे.
कार को नियमित रूप से चलाएं. सप्ताह में एक बार तो कार चलाएं ही, क्योंकि कार खड़ी रहने से खराब होने का डर बना रहता है. नियमित तौर पर फ्लूड्स चेक करवाते रहे, एंटी-फ्रिज, ऑयल, ट्रांसमिशन फ्लूड, पावर स्टीरिंग फ्लूड, ब्रैक फ्लूड को नियमित रूप से चेक करे. जब भी गैस भरवाए तब चेक जरूर करे. 3 से 5 हजार मिल चलने के बाद कार का ऑयल चेंज जरूर करे.
कार ने अगर इतना सफर तय नहीं किया तब भी 3 से 6 महीने में ऑइलिंग चेंज करे. इसके साथ ही एयर फ़िल्टर भी चेंज करे, हर 12 हजार मील चलने के बाद इसे चेंज करे. चाहे तो इसे किसी भी ऑटो पार्ट्स स्टोर से खरीद कर खुद ही चेंज कर सकते है.
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