शास्त्रों मे कई ऐसे बातें बताई गई है जिन्हे हम सभी के लिए जान लेना अति आवश्यक है. ऐसे मे शास्त्रों मे तुलसी के पौधे का धार्मिक व वैज्ञानिक महत्व है और हिन्दू धर्म में इस पौधे को देवी लक्ष्मी का एक रूप मानकर पूजा अर्चना की जाती है. आप सभी को बता दें कि तुलसी के पत्तों का उपयोग पूजा और औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है, लेकिन तुलसी के पत्ते तोडने के नियम मानना आवश्यक है. आइए आज आपको बताते हैं.
तुलसी के पत्ते तोडने के नियम-
- ध्यान रहे तुलसी के पत्ते तोडने से पहले तुलसी माता से प्रार्थना करते हुए यह आज्ञा लें कि उनकी पत्तियों को तोड़ने जा रहे हैं.
- ध्यान रहे बिना किसी कारण के पत्ते ना तोड़े.
- ध्यान रखे कभी भी बिना नहाए तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़े.
- इस बात का विशेष ध्यान दें कि रविवार और शुक्रवार को भी तुलसी के पत्ते नहीं तोड़े.
- ध्यान रहे गणेश जी व शिवजी की पूजा में कभी भी तुलसी के पत्ते उपयोग ना करें.
- ध्यान दें तुलसी के पत्तों को ग्रहण करते समय दांतों से ना चबाएँ बल्कि सीधे ही निगल लें.
- ध्यान रहे रविवार को तुलसी के पौधे,पत्तों में पानी ना दें.
- ध्यान रहे अमावस्या,चतुर्दशी,ग्रहण आदि तिथियों के दिन भूलकर भी तुलसी के पत्ते ना तोड़े.
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