अंकारा: लगातार दो देशों में भड़क रहा युद्ध का माहौल बनता जा रहा है. वहीं तुर्की ने बीते रविवार यानी 1 मार्च 2020 को सीरिया के विरुद्ध हमला तेज करते हुए उसके दो लड़ाकू विमानों को मार गिराया. वहीं उसने सीरिया की वायु रक्षा प्रणाली और 100 से अधिक टैंकों को तबाह करने का दावा भी किया है. वहीं, सीरिया ने कहा है कि अगर कोई भी देश उसकी वायु सीमा का उल्लंघन करता है तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा. बढ़ते तनाव के बीच तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयब एर्दोगन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पांच मार्च को मास्को में मुलाकात होने वाली है.
जंहा यह भी कहा जा रहा है कि पिछले हफ्ते दोनों के बीच फोन पर भी बात हुई थी. सीरिया के उत्तर पश्चिमी प्रांत इदलिब पर हुए हमले में मारे गए अपने 33 सैनिकों के जवाब में तुर्की ने 27 फरवरी 2020 से हमले तेज कर दिए हैं. वहीं इस हमले का आरोप सीरिया की बशर अल-असद सरकार पर लगा था. इसको लेकर तुर्की का रूस के साथ भी तनाव बढ़ गया है, जो सीरिया की सरकारी सेना का समर्थन कर रहा है. हालांकि, तुर्की के रक्षा मंत्री हुलूसी अकर ने कहा कि हमारे निशाने पर रूस नहीं है. जंहा हम केवल सीरिया की सरकार से जुड़े रक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले कर रहे हैं जो इस क्षेत्र में कट्टरता को बढ़ावा दे रही है.
मिली जानकारी के अनुसार तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि सीरिया के विमान रोधी प्रणाली को ध्वस्त करने के साथ ही उसके एसयू-24 श्रेणी के दो विमानों को भी मार गिराया गया है. 100 टैंक भी तबाह किए गए हैं. सीरिया की सरकारी मीडिया ने कहा कि इदलिब में तुर्की की सेना ने उसके दो विमानों को निशाना बनाया है. एक विरोधी समूह और युद्ध पर निगरानी रखने वाले ब्रिटेन के एक संगठन ने भी तुर्की के हमले में सीरियाई विमान को मार गिराने की बात कही है.
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