अंकारा: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के तख्तापलट के प्रयास के आरोपों से घिरे सैकड़ों लोगों पर कोर्ट आज अपना फैसला सुना सकती है. इस मामले में दो दर्जन से ज्यादा सैन्य अधिकारियों सहित लगभग 224 संदिग्ध आरोपी हैं.
इन सभी पर इल्जाम है कि 2016 में साजिश के तहत आरोपियों ने तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के तख्तापलट लका विफल प्रयास किया था. इन संदिग्ध आरोपियों में मेरिका स्थित मुस्लिम प्रचारक फतेहउल्ला गुलेन का नाम भी शामिल हैं, जिन्हें तुर्की तख्तापलट का प्रयास का जिम्मेदार माना जाता है.
हालांकि यह बात अलग है कि मुस्लिम प्रचारक फतेहउल्ला गुलेन तुर्की के दावों का खंडन करते रहे हैं. तुर्की उन्हें प्रत्यर्पित करने में भी विफल रहा है. आपको बता दें कि संदिग्धों में इस प्रयास के दौरान सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोग घायल हो गए थे. तख्तापलट का षड्यंत्र करने वाले दो दर्जन से ज्यादा सैन्य अधिकारियों के साथ लगभग 224 संदिग्धों के खिलाफ मई 2017 में सुनवाई शुरू की गई थी.
चुनाव अभियान शुरू करने के लिए ट्रंप ने 24 घंटों के भीतर जमा किये 172 करोड़ रुपये
भारत की इस एयरलाइन को मिला, सेंट्रल एशिया का बेस्ट एयरलाइन स्टाफ अवार्ड
भुवनेश्वर को जल्द फिट करने में लगे है फीजियोथैरेपिस्ट