दुनिया भर के कई देशों में कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है, लेकिन लॉकडाउन को कामयाब बनाने के लिए तमाम देश अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं. हो सकता है ये तरीके आपको थोड़े अजीब लगें लेकिन इनका मकसद सिर्फ इतना ही है कि लॉकडाउन को सफल किया जा सके. आज हम आपको ऐसे ही देशों के बारें में बताने जा रहे हैं जहां के तरीके थोड़े अजीब है.
1. पनामा
सेंट्रल अमेरिका के इस देश में कोरोना वायरस संक्रमण के अभी तक एक हजार के करीब मामले सामने आ चुके हैं. पनामा में लॉकडाउन की घोषणा की जा चुकी है लेकिन यहां का लॉकडाउन किसी भी दूसरे देश की तुलना में थोड़ा हटकर है. यहां जेंडर के आधार पर लॉकडाउन की घोषणा की गई है. पनामा में लॉकडाउन तो है लेकिन लोग जरूरी चीजों की खरीदारी के लिए बाहर निकल सकते हैं, लेकिन उसके लिए जेंडर आधारित शर्तें हैं. मसलन, यहां सप्ताह के कुछ दिन महिलाओं के लिए निर्धारित किए गए हैं और कुछ दिन पुरुषों के लिए. महिलाएं सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को दो घंटे के लिए घर से बाहर निकल सकती हैं. पुरुषों के लिए मंगलवार, गुरुवार और शनिवार का दिन तय है जबकि रविवार को किसी के भी बाहर निकलने पर प्रतिबंध है.
2. तुर्कमेनिस्तान
तुर्कमेनिस्तान में इस महामारी से निपटने के लिए एकदम अलग कदम उठाया गया है. यहां कोरोना वायरस शब्द पर ही प्रतिबंध लगा दिया गया है. तुर्कमेनिस्तान क्रॉनिकल की खबर के अनुसार, सरकार ने अपने हेल्थ इंफॉर्मेशन ब्रोशर्स से इस शब्द को ही हटा दिया है. रेडियो अजतलाइक में काम करने वाले पत्रकारों के मुताबिक, देश में जिस भी किसी को कोरोना वायरस के बारे में बात करते या मास्क पहनकर घूमते पाया जाएगा उसे गिरफ्तार किया जा सकता है. अधिकारियों का कहना है कि यहां अभी तक कोविड-19 का एक भी मामला सामने नहीं आया है, जबकि इसकी सीमा ईरान से लगती है जो दुनिया के सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक है.
3. ऑस्ट्रिया
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि जो लोग स्वस्थ हैं उन्हें मास्क पहनने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर वो किसी की देखभाल कर रहे हैं या फिर उनके आस पास कोई बीमार है तो वो मास्क पहन सकते हैं. लेकिन ऑस्ट्रिया ने अपने यहां सुपर मार्केट में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. हालांकि बीते कुछ सप्ताह में मास्क पहनकर घूमते लोगों को देखा जाना सामान्य सा हो गया है, लेकिन ऑस्ट्रिया दुनिया का वो चौथा देश है जिसने अपने यहां सार्वजनिक स्थल पर मास्क पहनने को अनिवार्य कर दिया है. इससे पहले चेक गणराज्य, स्लोवाकिया और हर्जेगोविना अपने यहां इसे अनिवार्य कर चुके हैं.
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