जयपुर: उदयपुर घटना को लेकर हुई एक टीवी डिबेट में तीखी बहस देखने को मिली है। इस बहस में पैनलिस्ट शिवम संघी ने कहा कि यदि मैं कट्टर होता तो अपने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के मंदिर के लिए 490 वर्षों तक प्रतीक्षा नहीं करता, ऐसे ही गला काटता जैसे आजकल काटे जा रहे हैं। दरअसल, उदयपुर में कट्टरपंथियों द्वारा दूकान में घुसकर टेलर कन्हैयालाल का गला काट दिता था, जिसके बाद राहुल गांधी सहित विपक्ष के तमाम नेताओं ने आरोप लगाया है, कि भाजपा तुष्टीकरण करती है और देश का माहौल खराब कर रही है।
इस पर भड़कते हुए शिवम् संघी ने कहा कि हिंदु अपने लिए आवाज उठाते हैं और मुस्लिम- ईसाई अपने-अपने लिए। उन्होंने कहा कि, 'कांग्रेस कह रही है कि हिंदू कट्टरता फैला रहे हैं, यदि हिन्दू कट्टर होता तो काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए शांति से प्रतीक्षा नहीं करता। यदि कट्टर होता तो ज्ञानवापी के लिए ऐसे चुपचाप इंजेतार नहीं करता। कट्टर होता तो 370 हटाने के लिए सरकारों की प्रतीक्षा नहीं करता, यदि कट्टर होता तो, मेरे भगवान और शिवलिंग के संबंध में बोलने वालों का ऐसे ही गला काट देता।'
वहीं, डिबेट में मौजूद मुस्लिम पैनेलिस्ट शोएब जमई और सुप्रीम कोर्ट वकील सुबुही खान के बीच भी जमकर बहस हुई। सुबुही खान ने शोएब जमई को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इन्हें इस्लाम से मतलब नहीं है, सत्ता से है। उन्होंने कहा है कि, 'भाजपा-RSS की बात क्यों कर रहे हैं। मनन करिए वो हमारे बच्चे हैं, जो लोगों की गर्दनें काट रहे हैं, उन्हें कट्टर बन रहे हैं। कौन उनको अलगाववादी बनाता है। हमारी नाक के नीचे हमारे बच्चों को ट्रेंड करके चले जाते हैं और हमें पता नहीं चलता है, हमें अपने आप से मनन करना चाहिए।'
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