बैंगलोर: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के लोनी में मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई के वायरल हुए वीडियो के मामले में Twitter इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी को बड़ी राहत मिली है. कर्नाटक उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को यूपी पुलिस के नोटिस को निरस्त कर दिया है. इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने कई अन्य लोगों के साथ ही मनीष माहेश्वरी को भी आरोपी बनाया है.
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने बीते दिनों यूपी पुलिस को वर्चुअल माध्यम से या फिर उनके पास पहुंचकर उनका बयान रिकॉर्ड करने का आदेश दिया था. मुस्लिम बुजुर्ग का वीडियो वायरल होने के बाद दर्ज करवाई गई शिकायत को लेकर पूछताछ करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने मनीष माहेश्वरी को नोटिस भेजा था. पुलिस ने Twitter India के MD माहेश्वरी को लोनी पुलिस थाने बुलाकर पूछताछ में शामिल होने को कहा था. इसके बाद, उच्च न्यायालय में माहेश्वरी ने इसे चुनौती दी थी, जिस पर अदालत ने उन्हें राहत दे दी थी.
बता दें कि बीते दिनों गाजियाबाद के लोनी के रहने वाले एक मुस्लिम बुजुर्ग अब्दुल समद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. उसमें कुछ लोग उसकी पिटाई करते हुए नज़र आ रहे थे. पुलिस ने इस मामले में कहा था कि ताबीज की खरीद को लेकर विवाद हुआ था.
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