नई दिल्ली: माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Twitter ने भारत के उप-राष्ट्रपति और राज्यसभा अध्यक्ष एम वेंकैया नायडू के हैंडल को ‘Unverified’ की केटेगरी में डालते हुए ब्लू टिक हटा दिया है। बता दें कि इससे पहले एम वेंकैया नायडू के ट्विटर अकाउंट पर ब्लू टिक का निशान था, जो अब नहीं है। मुंबई भाजपा के प्रवक्ता सुरेश नखुआ ने कहा कि Twitter की ये हरकत सीधा भारतीय संविधान का अपमान है। इसी प्रकार अन्य नेताओं ने भी Twitter का विरोध किया।
दरअसल, Twitter की नीति कहती है कि यदि किसी ने अपने हैंडल का यूजरनेम चेंज किया है या फिर अकाउंट निष्क्रिय या अधूरा हो जाता है तो उसे मिला ब्लू टिक हटाया जा सकता है। ब्लू टिक तब भी हटाया जाता है, जब यूजर अब उसी स्थिति में नहीं है, जब यूज़र को ब्लू टिक दिया गया था। जैसे, किसी ने अपना पद छोड़ दिया हो। साथ ही जो Twitter के सत्यापन वाले मापदंडों का पालन नहीं करते, उनका भी ब्लू टिक हटा दिया जाता है। हालाँकि, उपराष्ट्रपति ने जुलाई 23, 2020 के बाद से लेकर अब तक तक इस अकाउंट से कोई ट्वीट नहीं किया है। इस हैंडल पर उनके 13 लाख फॉलोवर्स हैं। Twitter की नीति ये भी कहती है कि यदि 6 महीने लगातार लॉगिन नहीं हुआ हो, तो वो उस हैंडल को ‘निष्क्रिय’ की केटेगरी में डाल सकता है। वेंकैया नायडू ‘M Venkaiah Naidu (@MVenkaiahNaidu)’ वाले हैंडल से एक्टिव रहते हैं, जिसे ब्लू टिक मिला हुआ है।
वहीं, नाइजीरिया के राष्ट्रपति ने अनिश्चितकाल के लिए Twitter को प्रतिबंधित करने का फैसला लिया है। ‘गल्फ ऑफ गिनी’ में स्थित अफ़्रीकी मुल्क ने कहा कि ट्विटर उसके ‘कॉर्पोरेट अस्तित्व’ को ठेस पहुँचा रहा था, इसीलिए ये एक्शन लिया गया। Twitter ने वहाँ के राष्ट्रपति मुहम्मदु बुहारी के एक ट्वीट को डिलीट कर दिया था, जिसके बाद ये कार्रवाई की है। कंपनी ने इसकी पुष्टि की है कि नाइजीरिया में उसके ऑपरेशन्स बंद करने का आदेश दिया गया है, जो चौंकाने वाला है।
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