मुंबई. कल महाराष्ट्र के नागपुर में स्थित भारतीय रक्षा प्रतिष्ठान (डीआरडीओ) से एक साइंटिस्ट द्वारा पाकिस्तानी एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) को ख़ुफ़िया जानकारिया भेजने के मामले में गिरफ्तार वैज्ञानिक के मामले में हाल ही में एक नया और चौकाने वाला खुलासा हुआ है.
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दरअसल डीआरडीओ से आईएसआई का एजेंट होने के शक में गिरफ्तार किये गए वैज्ञानिक निशांत अग्रवाल के घर कि जब भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने तलाशी ली तो उन्हें एक बेहद चौकाने वाले खुलासे का पता चला है. इन एजेंसियों को निशांत अग्रवाल के घर के कंप्यूटर में ब्रह्मोस मिसाइल और भारतीय थल सेना के अन्य कई तरह के हथियारों की ख़ुफ़िया जानकारी मिली है. सेना के सुरक्षा बालों को इस मामले में संदेह है कि यह आरोपी सेना से जुडी यह महत्वपूर्ण और ख़ुफ़िया जानकारिया पाकिस्तान और अमेरिका कि ख़ुफ़िया एजेंसियों को भेजता था .
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आपको बता दें कि आरोपी वैज्ञानिक निशांत अग्रवाल से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई है कि डीआरडीओ में उसके अलावा दो अन्य कर्मचारी भी पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई से जुड़े हुए है. इस बात की खबर मिलते ही यूपी एटीएस ने इन दोनों कर्मचारियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इन कर्मचारियों से भी पूछताछ शुरू कर दी है . हालाँकि पुलिस ने सुरक्षा का हवाला देते हुए अभी इन आरोपियों का नाम साझा करने से इंकार कर दिया है .
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