लखनऊ: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में मंगलवार की रात में जिला अस्पताल की लगभग 5 घंटे बिजली कट गई थी। अस्पताल की बिजली जाने के बाद मरीज तड़पने लगे। वहीं, पार्ट नंबर 3 में भर्ती 2 मरीजों मे ऑक्सीजन की किल्लत हो गई। मरीजों को ऑक्सीजन न मिलने की वजह से तड़प तड़पकर दम तोड़ दिया। दोनों मरीजों की मौत के बाद जिला अस्पताल के कर्मचारियों ने परिवार वालों को समझा-बुझाकर शव लेकर रात में ही रवाना कर दिया।
सुबह मामले की जानकारी होने पर डीएम माला श्रीवास्तव, नगर मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्रा, सदर SDM राजीव शुक्ला के साथ सुबह 8:30 बजे पहुंच गईं थी। जिलाधिकारी ने वार्ड क्रमांक 3 में जाकर भारतीय मरीजों के पर्चा और रजिस्टर के साथ अन्य अभिलेखों को कब्जे में लेकर डॉक्टर सलीम से बयान रिकॉर्ड किया। डॉक्टर के बयान संदिग्ध पाए जाने पर वार्ड की स्टाफ नर्स के भी अलग से बयान रिकॉर्ड किए गए।
वहीं निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी के सामने वार्ड क्रमांक 3 में भर्ती मरीज और तीमारदारों ने अस्पताल की स्वास्थ सुविधाओं की पोल खोल कर रख दी। तीमारदारों का कहना था कि बीते मंगलवार की रात लगभग 5 घंटे बिजली जिला अस्पताल नहीं आई और ना ही जनरेटर चलाया गया। इससे मरीज तड़पते रहे, मगर अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदार अधिकारी ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। शिकायत करने पर भी जिला अस्पताल की CMS तीमारदारों से बदसलूकी करती हैं।
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