अयोध्या: रामनगरी अयोध्या में बन रहे भव्य श्रीराम मंदिर में प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा से पहले भगवान के कपड़े बुनने के लिए लाखों लोग आगे आ रहे हैं। इसके लिए ‘दो धागे श्रीराम के लिए’ नाम के एक अभियान प्रारंभ किया गया है। इसके तहत 10 लाख लोग मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के कपड़े बुनकर तैयार करेंगे।
#WATCH | Pune, Maharashtra: Under the 13-day-campaign of 'Do Dhage Sri Ram Ke Liye' launched by Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra and the Heritage Handweaving Revival Charitable Trust of Pune on December 10, the vastra (clothes) for Ayodhya's Ram Lalla will be weaved with the… pic.twitter.com/6nFHwlSuAT
— ANI (@ANI) December 11, 2023
दरअसल, अयोध्या श्रीराम मंदिर में अब केवल फिनिशिंग टच का काम चल रहा है। इसी हेतु ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ और पुणे की हथकरघा संस्था ‘हेरिटेज हैंडवीविंग रिवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट’ ने साथ मिल कर ‘दो धागे श्रीराम के लिए’ नाम का एक अभियान शुरू किया है। इसके तहत जो भी भक्त प्रभु श्रीराम के कपड़े बुनना चाहते हैं, उन्हें यह अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके लिए पुणे स्थित इस हथकरघा ट्रस्ट के कारखाने पर लोगों को वस्त्र बुनने के लिए बाकयदा निमंत्रण दिया गया है। यह अभियान 10 दिसम्बर, 2023 से प्रारंभ होकर 22 दिसम्बर, 2023 तक चलेगा।
राम राष्ट्र की संस्कृति हैं,
— Smriti Z Irani (@smritiirani) December 10, 2023
राम राष्ट्र के प्राण हैं!
अयोध्या जी में श्री राम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर में स्थापित होने जा रहे ‘राम दरबार’ के लिए वस्त्र हाथों से बुने जा रहे हैं।
उल्लेखित ध्येय की पूर्ति हेतु आज पुणे, महाराष्ट्र में इस पावन मिशन का शुभारंभ करने का सौभाग्य… pic.twitter.com/HHvGOjNWtz
इसका श्रीगणेश केंद्रीय बाल एवं महिला कल्याण तथा अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने पुणे में किया है। इस दौरान ईरानी ने खुद भी प्रभु श्रीराम के लिए कुछ कपड़े बुनकर तैयार किए। इस अभियान का उद्देश्य यह है कि उन लोगों को भी प्रभु की सेवा का मौका मिले, जो कि अभी तक किन्ही कारणों से इससे वंचित रहे हैं। इस अभियान के शुरू होने पर हथकरघा ट्रस्ट की मुखिया अनघा घैसास ने बताया है कि, 'कोई यह सोच सकता है कि आखिर सिर्फ दो धागों से क्या होगा? किन्तु जब लाखों लोग एक साथ आकर दो धागे बुनेंगे, तो बुनकर तैयार हुआ कपड़ा एकता का प्रतीक होगा। इस पूरे अभियान के पीछे का उद्देश्य है कि हिन्दू एक साथ आएँ।'
उन्होंने आगे बताया कि, 'तक़रीबन 3.5-4 लाख लोगों ने इस अभियान में सहभागिता के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है। सभी के मन में प्रभु श्रीराम के लिए कुछ करने की भावना है। वो यहाँ आकर दो धागे बुन सकते हैं। इस काम के लिए जरी और रेशम के धागों का इस्तेमाल किया जा रहा है। यहाँ तैयार हुए वस्त्रों को प्रभु श्रीराम धारण करेंगे।' बता दें कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को की जाएगी, जिसके लिए तैयारियाँ बस पूरी होने वाली हैं। मंदिर के निर्माण का काम भी तक़रीबन पूरा हो चुका है। हाल ही में इसके गर्भगृह की नई तस्वीरें भी देखने को मिली थीं। इस पूरे कार्यक्रम के लिए अयोध्या शहर को भी सजाया जा रहा है। इस प्राण प्रतिष्ठा में पीएम नरेन्द्र मोदी भी मौजूद रहेंगे।