भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार भोपाल में G20 के अंतर्गत विशेष थिंक 20 कार्यक्रम की दो दिवसीय बैठक के शुभारंभ अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं देश के दिल में आपका स्वागत करता हूं। पूरा मध्यप्रदेश प्रसन्न है, भारत अतिथि को भगवान मानता हैं। अतिथि देवो भव: हमारी परंपरा है।
मुख्यमंत्री ने कहा की आप जो चिंतन-मंथन करेंगे उससे निश्चित तौर पर अमृत निकलेगा। '???????????? ????????????????????, ???????????? ????????????????????????, ???????????? ????????????????????????' वास्तव में ये भारत का बहुत प्राचीन विचार है। भारत ने कहा- अयं निजः परो वेति गणना लघु चेतसाम्, ये तेरा है ये मेरा है, ये सोच छोटे दिल वालों की होती है। जो विशाल हृदय के होते है, वे पूरी दुनिया को ही अपना परिवार मानते हैं। ये विचार दुनिया की सभी समस्याओं का समाधान है। शायद इसलिए प्रधानमंत्री जी ने वन अर्थ व फैमिली का कॉन्सेप्ट दिया है। भारत में पेड़ों की भी पूजा होती है, हम पर्वतों की भी पूजा करते हैं। नदियों, समुद्र, तारे, सूरज, नक्षत्र सभी में एक ही चेतना है। "सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, माकश्चित दुःख भागभवेत"। सचमुच में अद्वैत का भाव सारी दुनिया से मतभेदों को मिटा सकता है। हम प्रकृति का शोषण ना करें, दोहन करें। हमने शोषण किया इसलिए आज ग्लोबल वार्मिंग का सामना कर रहे हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व अद्भुत है, उन्होंने दुनिया को लाइफ का कॉन्सेप्ट दिया। ये सदी हमें धरती को समर्पित करना चाहिए। ग्रीन जीडीपी के विषय में आप लोग विचार करें, प्रगति और प्रकृति के साथ। पर्यावरण अगर बचाना है तो ये भाषण से नहीं होगा, इसे व्यवहार में उतारना पड़ेगा। इसलिए मैं रोज पेड़ लगाता हूं, मेरे साथ अलग-अलग संस्थाएं पेड़ लगाती हैं। रोज मत लगाओ, लेकिन विवाह वर्षगांठ, बच्चों के जन्मदिन पर पेड़ लगाओ।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा की एक साल से भी कम हुआ है अंकुर पोर्टल को डेवलप किए। केवल आठ माह में 37 लाख से अधिक लोगों ने पेड़ लगाए और फोटो अपलोड किए। पांच चीजें हैं एक पेड़ लगाना, दूसरा पानी बचाना, मध्यप्रदेश में हमने जलाभिषेक अभियान चलाया। जनता ने सरकार के साथ मिलकर वाटर बॉडीज बनाईं, हर साल गर्मियों में हमारा जलाभिषेक अभियान चलता है। साथ ही बिजली बचाएं बिजली बचाना, बिजली बनाने के बराबर है। हम ग्रीन एनर्जी की तरफ जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में 5 हजार 5 सौ मेगावॉट सोलर एनर्जी हमने उत्पादित की है।
मुख्यमंत्री ने कहा की इंदौर छठवीं बार सबसे स्वच्छ शहर है। हम गांव का, शहर का गौरव दिवस मनाते हैं, जनता को साथ लिए बिना किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। प्रधानमंत्री ने वन अर्थ, मतलब ये पृथ्वी हम सभी के लिए एक है। वन फैमिली, पूरा विश्व एक परिवार है। वन फ्यूचर एक-दूसरे से आगे निकलने की अंधी दौड़ ना लगाएं। इसलिए संघर्ष नहीं, समन्वय, प्रेम विश्वास हो। कमजोर को भी आगे लाने की कोशिश करो। कोई एक फोरम बने, जिसमें दुनिया के सभी देश साथ आ जाएं। आप मध्यप्रदेश जरूर देखें, ट्राइबल म्यूजियम, सांची, भीमबेटिका की गुफाएं, श्री महाकाल महालोक भी देख सकते हैं। मध्यप्रदेश में 11 टाइगर रिजर्व हैं, आप वे भी देखें। मैं आपको निमंत्रण देता हूं, मध्यप्रदेश की विशेषताएं देखकर जाइए।
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