वाशिंगटन: अमेरिकी मुख्यालय वाले टैक्सी एग्रीगेटर कंपनी उबर की आर्थिक स्थिति सही नहीं चल रही है. अमेरिका में कंपनी की हानि बढ़ती जा रही है, इस कारण से उसने अपनी प्रोडक्ट एवं इंजीनियरिंग टीम के 435 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. दो महीने में अमेरिका में कंपनी ने दूसरी बार कर्मचारियों की छंटनी की है. इसके पहले जुलाई में भी कंपनी ने अपनी मार्केटिंग टीम से 400 वर्कर्स को नौकरी से निकाला था.
उल्लेखनीय है कि भारत में भी उबर का बिज़नेस अच्छा नहीं चल रहा है. हालांकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बयान में कहा था कि देश में ओला, उबर जैसी एग्रीगेटर टैक्सी सेवाओं के कारण कारें बिक नहीं पा रही है. निर्मला सीतारमण ने कहा है कि ऑटो सेक्टर ऑटो-मोबाइल इंडस्ट्री BS6 स्टैंडर्ड और मिलेनियल्स के माइंड सेट से सबसे अधिक प्रभावित है.
इस बार की छंटनी में इसके अमेरिकी कार्यालयों से लगभग 8 प्रतिशत कर्मचारी बाहर हो गए हैं. प्रोडक्ट टीम के 170 लोग और इंजीनियरिंग टीम के 265 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है. कंपनी ने एक बयान में इस छंटनी की पुष्टि की है. उबर की प्रवक्ता ने कहा है कि, 'हमें उम्मीद है कि आगे हालात सुधरेंगे, हम अपनी प्राथमिकता के हिसाब से काम कर रहे हैं और बेहतर प्रदर्शन के आधार पर अपने को जवाबदेह बनाए हुए हैं.'
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