जयपुर: राजस्थान के उदयपुर में दिनदहाड़े दूकान में घुसकर मारे गए कन्हैयालाल नामक शख्स का शव जब घर पहुंचा, तो गमगीन माहौल के बीच घरवालों का आक्रोश भी फूट पड़ा। आंसुओं के बीच घर की महिलाओं ने सरकार से आरोपियों को फांसी देने की मांग की। मृतक कन्हैयालाल की बहन ने रोते हुए कहा कि जैसे मेरे भाई को काटा गया है, वैसे ही कातिलों को भी काटो।
वहीं, परिवार की अन्य महिलाओं की मांग है कि उन्हें जान के बदले जान चाहिए। एमबी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद कन्हैयालाल के पार्थिव शरीर को घरवालों के हवाले किया गया तो आंसुओं का सैलाब बह निकला। हजारों लोगों की भीड़ के बीच मृतक कन्हैयालाल की पत्नी ने कई अहम बातें बताई। उन्होंने कहा कि आरोपी पहले भी दुकान पर आया करते थे, मगर कोई खास जानपहचान नहीं थी। उन्होंने बताया कि पति ने उन्हें बताया था कि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। कन्हैयालाल की पत्नी ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की।
बता दें कि, इससे पहले उदयपुर में नूपूर शर्मा के समर्थन के कारण मार डाले गए कन्हैयालाल का शव बुधवार को लगभग 11 बजे घर पहुंचा। एमबी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद शव को घरवालों को सौंप दिया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच कन्हैया का शव घर पहुंचा तो वहां बड़ी तादाद में लोग जुट गए और 'कन्हैया अमर रहें' की नारेबाजी करने लगे। परिजन और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल था। कन्हैया के बेटे को रोते देख, वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें भर आईं। इसके बाद मोक्षरथ पर शव यात्रा गोवर्धन विलास से रवाना हुई। अशोक नगर श्मशान में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
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