2016 के रेल बजट में प्रस्तावित उदय ट्रेन आखिरकार पटरी पर दौड़ने को तैयार है. रेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार दो सफल ट्रायल के बाद कुछ छोटी-मोती ख़मिया है, जिन्हे जल्द ही ठीक कर लिया जायेगा. उदय एक्सप्रेस को 10 -80 किलोमीटर प्रति घंटे और बाद में 100 किलोमीटर प्रति घंटे रफ़्तार पर टेस्ट किया गया है. सर्वसुविधा युक्त इस ट्रैन की खासियत आराम दायक सफर के आलावा इसकी रफ़्तार है. उदय ट्रेन के डिब्बे चेन्नई आईसीएफ से बनकर तैयार हुए हैं. अगले साल के शुरुआत में उदय ट्रेन बेंगलुरु और कोयंबटूर के बीच चलना शुरू हो जाएगी.
रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक इस ट्रेन के डिजाइन और इसकी फीचर तय होने में कई बार बैठकें हुईं, जिनमें तमाम तरह के बदलाव समय-समय पर सुलझाए जाते रहे. इस वजह से उदय ट्रेन को चलाने में देरी हुई है. बाकि डबल डेकर अलग उदय ट्रेन में इसमें चाय कॉफी की वेंडिंग मशीनों को लगाया गया है. साथ ही इसमें हर एक डिब्बे में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
इसके अलावा इसमें बायो टॉयलेट, ब्रेल लिपि, बेहतरीन इंटीरियर डिजाइन और खास तरह की कोटिंग की गई है. इस ट्रेन में बैठने के लिए जो सीटें लगाई गई हैं, वह काफी आरामदायक हैं, लंबे सफर में इससे लोगों को तकलीफ नहीं होगी.
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