मुंबई: चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने हाल ही में दिए गए पार्टी के नए चुनाव चिन्ह एवं नाम को लेकर आपत्ति जताई है। इसको लेकर उद्धव गुट के अधिवक्ता ने भारत के चुनाव आयोग को 'पूर्वाग्रह की आशंकाओं' को संज्ञान में लाने के लिए चिट्ठी लिखी है। पत्र में आयोग से आश्वासन मांगा गया है कि एकनाथ शिंदे गुट के पक्ष में ऐसा पक्षपातपूर्ण बर्ताव जारी नहीं रहेगा तथा दोनों समूहों से समान स्तर पर निपटा जाएगा।
उद्धव गुट के अधिवक्ता विवेक सिंह ने अपनी चिट्ठी में कहा कि आयोग ने हाल ही जो प्रक्रियाएं अपनाई उन्होंने शिंदे गुट को अनुचित तौर पर बढ़ावा दिया। वकील विवेक सिंह के लेटर हेड पर चुनाव आयोग को यह 4 पन्नों का पत्र भेजा गया है। हाल ही में चुनाव आयोग ने शिवसेना पार्टी के चुनाव चिन्ह को फ्रीज कर दिया था तथा जलती मशाल के प्रतीक दिया गया था। इसके साथ ही ठाकरे के गुट को 'शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे' के तौर पर मान्यता दी थी। दूसरी तरफ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को चुनाव चिन्ह के तौर पर 'दो तलवारें और एक ढाल' दी गई थी और 'बालासाहेबंची शिवसेना' नाम दिया गया था।
आयोग ने महाराष्ट्र में आगामी उपचुनाव लड़ने के लिए दोनों गुटों को नया नाम तथा चुनाव चिन्ह दिया है। चिट्ठी में बताया गया है कि यह सिर्फ आयोग के लिए एक संचार था। कम से कम जब तक आयोग द्वारा प्रस्तावित प्रतीकों की सूची से प्रतीक का अंतिम आवंटन नहीं किया गया था। चिट्ठी में बताया गया है कि आयोग ने ठाकरे टीम द्वारा भेजी गई चिट्ठी को अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया, जिससे यह शिंदे खेमे सहित सभी के लिए सुलभ हो गया। यह बहुत ही आश्चर्य एवं निराशा की बात है। इसके अतिरिक्त आयोग ने चुनाव चिन्ह के मामले में फैसला लेने से पहले एवं शायद शिंदे खेमे द्वारा प्रस्ताविक प्रतीकों और नामों की अपनी सूची पेश करने से पहले ही किया गया। इस तरह शिंदे खेमे को स्पष्ट रूप से अनुचित लाभ दिया गया। साथ ही चिट्ठी में कहा गया है कि ठाकरे खेमा हैरान था कि आयोग ने उसके पश्चात् इस पत्र को अपनी वेबसाइट से हटा दिया। मगर एकनाथ शिंदे खेमे का कोई भी पत्र जिसमें उनके नाम के चुनाव चिन्ह बताए गए थे उन्हें कभी भी पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया था।
गोपाल इटालिया की गिरफ़्तारी से भड़की AAP, प्रेस वार्ता कर भाजपा पर साधा निशाना
रामसेतु को लेकर फिर मोदी सरकार पर बरसे सुब्रमण्यम स्वामी, सुप्रीम कोर्ट में कही ये बात
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर शशि थरूर ने दिया बड़ा बयान, बातों में दर्द भी छलका