नई दिल्ली: पैसों की किल्लत का सामना कर रही महाराष्ट्र सरकार ने डिप्टी सीएम अजित पवार के सोशल मीडिया अकाउंट्स को हैंडल करने के लिए लगभग 6 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। पवार के पास वित्त और योजना विभाग भी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने बुधवार को सोशल मीडिया एकाउंट्स को संभालने के लिए एक बाहरी एजेंसी की नियुक्ति के तौर-तरीकों पर अंडर-सेक्रेटरी आरएन मुसाले द्वारा हस्ताक्षरित एक आदेश को लागू कर दिया।
इस एजेंसी को यह भी कार्य दिया गया है कि वह अजित पवार द्वारा लिए गए निर्णय को आम जनता तक पहुँचाना सुनिश्चित करे। मुसाले के आदेश के अनुसार, बाहरी एजेंसी अजित पवार के ट्विटर हैंडल और फेसबुक, ब्लॉगर, यूट्यूब और इंस्टाग्राम अकाउंट्स को हैंडल करेगी। इसके अतिरिक्त वह साउंड क्लाउड, वॉट्सऐप बुलेटिन, टेलीग्राम चैनल और SMS को भी संभालेगी। बाहरी एजेंसी की नियुक्ति डिप्टी सीएम के सचिवालय और सूचना और जनसंपर्क महानिदेशालय के परामर्श से की जाएगी।
आदेश में जिक्र किया गया है कि महाराष्ट्र के सूचना और जनसंपर्क महानिदेशालय (DGIPR) में सोशल मीडिया को संभालने के लिए पेशेवर और तकनीकी क्षमता का अभाव है, इसलिए यह महसूस किया गया कि अगर किसी बाहरी एजेंसी को काम पर रखा गया तो यह सही होगा। मुसाले ने अपने आदेश में कहा कि, ‘यह सुनिश्चित करना बाहरी एजेंसी की जिम्मेदारी होगी कि अहम फैसले और संदेश लोगों तक पहुंचे और वे डिप्टी सीएम के साथ ट्विटर हैंडल, फेसबुक, ब्लॉगर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, साउंड क्लाउड, वॉट्सऐप और टेलीग्राम चैनल पर संवाद करने में सक्षम हों।’
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