मुंबई: लोकसभा चुनावों के नतीजों से प्रेरणा लेते हुए शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे ने बुधवार को अपनी पार्टी के नेताओं से इस वर्ष के अंत में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू करने को कहा है। बैठक में शामिल एक नेता ने बताया कि यहां सेना भवन में एक बैठक को संबोधित करते हुए ठाकरे ने अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं से राज्य की सभी 288 विधानसभा सीटों पर चुनाव की तैयारी में जुट जाने को कहा है।
लोकसभा चुनाव में शिवसेना (UBT) ने 21 सीटों पर चुनाव लड़ा और 9 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, कांग्रेस ने 17 सीटों पर चुनाव लड़कर 13 सीटें जीतीं। स्वतंत्र उम्मीदवार विशाल पाटिल ने जीत के बाद कांग्रेस को समर्थन दिया। शरद पवार की अगुआई वाली NCP ने 10 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और आठ सीटों पर जीत हासिल की। इस तरह देखा जाए तो, ठाकरे की पार्टी ने महा विकास अघाड़ी (MVA) के सहयोगियों के बीच सबसे खराब प्रदर्शन किया। अब उद्धव गुट के नेता ने कहा कि, "बैठक में चर्चा हुई कि शिवसेना (UBT) ने सीटों और उम्मीदवारों के चयन में कुछ गलतियां कीं, जिसके परिणामस्वरूप चार से पांच लोकसभा सीटें आसानी से जीतने वाली सीटों पर हार का सामना करना पड़ा।" उन्होंने कहा कि , "उद्धव ठाकरे विधानसभा चुनावों में गलतियों को दोहराना नहीं चाहते हैं, इसलिए उन्होंने हालात हाथ से निकलने से पहले सुधारात्मक उपाय करने का फैसला किया है।"
ठाकरे ने जमीनी स्तर पर पार्टी के ढांचे को मजबूत करने का आह्वान किया। पार्टी के नेता ने कहा कि, "स्थानीय और बूथ स्तर पर पार्टी नेटवर्क को मजबूत करना होगा। उद्धव ठाकरे के लिए सहानुभूति थी, लेकिन बूथ स्तर पर नेटवर्क की कमी के कारण हम इसका फायदा नहीं उठा पाए। हमारे पास पार्टी के सबसे निचले लेकिन महत्वपूर्ण ढांचे को मजबूत करने के लिए पर्याप्त समय है। अगर यह सही है, तो हम और सीटें जीत सकते हैं।" बाद में ठाकरे ने कहा कि आगामी राज्य विधान परिषद चुनावों के लिए चार निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवारों को लेकर विपक्षी एमवीए में कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा, "कोई मतभेद नहीं है। यह एक तथ्य है कि (भागीदारों के बीच) संवाद में ढीलापन था।"
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