नई दिल्ली. आधार कार्ड को लेकर सरकार ने सख्ती दिखाई है. बीते दिनों भारतीय क्रिकेट पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के आधार कार्ड से जुडी जानकारी लीक होने पर उनकी पत्नी ने ट्वीट कर शिकायत की, जिस पर कार्यवाही की गई. अब भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण यानि यूआईडीएआई ने विभिन्न गड़बड़ियों के कारण 1000 ऑपरेटरो को या तो ब्लैक लिस्ट कर दिया है या निलंबित कर दिया है. साथ ही लगभग 20 लोगो के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की है.
यूआईडीएआई के सीईओ अजय भूषण पांडे ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में बताया कि हमें अधिक शुल्क लिए जाने की शिकायत मिली है. अधिक शुल्क लेने वालो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बीते तीन महीने के दौरान इन ऑपरेटरो को हमने शिकायत पर जाँच के बाद सिस्टम से हटा दिया है. और साथ ही उन पर 10 हजार का जुर्माना भी लगाया जाएगा. सिस्टम से हटाने का अर्थ है कि ये ऑपरेटर देश में अब कही भी आधार के लिए नामांकन नहीं कर पाएगे.
यूआईडीएआई नोडल बॉडी है जो 12 अंक की विशिष्ट पहचान संख्या जारी करती है. यूआईडीएआई ने शिकायत मिलते ही कार्रवाई कर पाया कि कुछ ऑपरेटर नामांकन के लिए अधिक फ़ीस ले रहे है, जबकि यह सर्विस तो फ्री है. कुछ शिकायतों में तो आधार ब्यौरे को अपडेट करने के लिए अधिक फ़ीस ले रहे है, जबकि इसकी फ़ीस मात्र 25 रुपए है.
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