उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन करने के लिए भक्त काफी उत्साहित है। सभी मंदिर के कपाट के खुलने के इंतज़ार में हैं। वहीँ अब खबर मिली है कि आने वाले 28 जून से देश-विदेश के तमाम श्रद्धालुओं के लिए कोरोना गाइडलाइन के साथ मंदिर के कपाट खुलने जा रहे है। जी हाँ, हाल ही में उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी सहित अधिकारी महाकाल मंदिर पहुंचे और सभी ने मंदिर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। बताया जा रहा है महाकालेश्वर मंदिर में चल रहे निर्माण कार्यो के कारण मंदिर के निर्गम और प्रवेश द्वार दोनों ही बंद है।
इस वजह से कलेक्टर ने महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए नई व्यवस्था कर दी है। अब महाकाल मंदिर में श्रद्धालु गेट नंबर चार से प्रवेश करते हुए सभा मंडप और फिर बेरिकेटिंग से दर्शन कर सकेंगे। इसी के साथ गेट नंबर 4 के दूसरे भाग से ही वे बाहर भी निकल सकेंगे। दूसरी तरफ वीआईपी (VIP), वीवीआइपी (VVIP) और सामान्य श्रद्धालुओं के लिए नंदी हॉल और गर्भगृह पूरी तरह से बंद रहने वाला है। दर्शन करने वालों को वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य रहेगा। इसके अलावा भस्म आरती, शयन आरती और अन्य सभी आरतियों में प्रवेश प्रतिबंध रहेगा। बताया जा रहा है 7 स्लॉट में 500-500 के हिसाब से 3500 श्रद्धालुओं को एक दिन में प्रवेश मिलेगा, और यह सब 5-5 के ग्रुप के साथ अंदर जायंगे।
आपको जानकर हैरानी होगी कि बीते गुरुवार को ऑनलाइन अनुमति की लिंक खुलते ही मात्र चार घंटे में 3,500 भक्तों की अनुमति फूल हो गई है। वहीँ अगर कोई व्यक्ति किसी कारण से बुकिंग नहीं कर पाता है और मंदिर पहुंच जाता है तो उसके लिए 250 रुपये, VIP रसीद कटवाकर प्रवेश देने की अनुमति है। कलेक्टर का कहना है मंदिर में दर्शन के लिए वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र लाना होगा। अगर वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है तो RTPCR की रिपोर्ट साथ में लाना अनिवार्य है।
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