नई दिल्ली : देश के सबसे बड़े भगोड़े में से एक विजय माल्या ने देश को झटका दिए जाने के बाद अब उसे ब्रिटेन की एक अदालत ने बड़ा झटका दिया हैं. प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, अदालत ने 13 भारतीय बैंकों के कंसोर्टियम के पक्ष में एक फैसला दिया है. अदालत के इस फैसले के बाद अब यूके हाईकोर्ट के इंफोर्समेंट अधिकारी को माल्या की लंदन के पास की संपत्ति में दाखिल होने की अनुमति भी मिल गई हैं. वहीं दूसरी और बेंगलुरु पुलिस ने भी माल्या की मुश्किलों में इजाफा कर दिया हैं. बेंगलुरु पुलिस ने दिल्ली की एक अदालत से आज कहा कि उसने शराब व्यवसायी विजय माल्या की 159 संपत्तियों की पहचान की है.
ब्रिटेन की अदालत के फैसले के बाद अब बैंक इस आदेश को लगभग 1.145 बिलियन पौंड की भारी भरकम रकम वसूलने के उपाय विकल्प के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं दूसरी ओर बेंगलुरु पुलिस ने अदालत से कहा है कि वह फ़िलहाल विजय माल्या की सम्पत्तियों को कुर्क करने में सफल नहीं हो सकी हैं. पुलिस ने ईडी के जरिए मुख्य मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट दीपक सहरावत को बताया कि वह माल्या की संपत्ति कुर्क नहीं कर पाई है क्योंकि इनमें से कुछ को मुंबई क्षेत्र के ईडी ने कुर्क कर लिया है और शेष संपत्ति परिसमापन की प्रक्रिया का हिस्सा हैं.
बता दे कि विजय माल्या को अदालत ने 4 जनवरी को भगोड़ा घोषित किया था. उस पर अलग-अलग बैंकों से 9000 करोड़ रु की धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग जैसे गंभीर आरोप लगे हैं. माल्या लगातार इस मामले में दाखिल अर्जी का विरोध कर रहा हैं. वहीं दूसरी ओर ईडी के विशेष लोक अभियोजक एन के मट्टा ने अदालत को बताया कि एजेंसी को माल्या की ऐसी अन्य संपत्तियों को पहचान करने के लिए अधिक समय चाहिए जिन्हें कुर्क किया जा सकता है. इस सम्बन्ध में अदालत ने कहा है कि वे 11 अक्टूबर तक इस मामले में नई रिपोर्ट अदालत में पेश करें.
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