नई दिल्ली: अफगानिस्तान में कथित रूप से तालिबान के हाथों लगा लड़ाकू हेलीकॉप्टर इंडियन एयर फाॅर्स का नहीं है। यह बयान भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से आया है। विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि तालिबान एवं अफगान सेना के मध्य जो जंग चल रही है वह अफगानिस्तान का आंतरिक केस है।
वही स्थिति के बारे में विस्तार से बताते हुए, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया, जमीन पर हालात विकसित हो रहे है। वह हेलीकॉप्टर इंडियन एयर फाॅर्स का नहीं था। मैं सिर्फ इतना बोल सकता हूं कि यह अफगानिस्तान का आंतरिक मामला है तथा मैं उस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। बुधवार को, भारत द्वारा 2019 में अफगानिस्तान सर फाॅर्स को उपहार में दिए गए चार मिग-24वी हेलीकॉप्टरों में से एक पर तालिबान ने कुंदुज एयरबेस पर कब्जा करने के पश्चात् कथित रूप से अपना नियंत्रण ले लिया था।
वही रूसी-डिजाइन किए गए मिग-24वी अटैक हेलीकॉप्टर को निर्यात के लिए मिग-35 के तौर पर नामित किया गया है। इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें तालिबान का एक मेंबर कुंदुज एयरबेस पर अटैक हेलिकॉप्टर के इर्द-गिर्द घूमता दिखाई दे रहा है। हालांकि वीडियो में पाया गया कि हेलीकॉप्टर के कई अहम भाग गायब हैं। पता चला है कि अक्टूबर 2019 में अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत विनय कुमार ने काबुल वायुसेना अड्डे पर अफगानिस्तान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री असदुल्ला खालिद को मिग-24वी हेलीकॉप्टर सुपुर्द किया था।
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