मुंबई: राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार (16 दिसंबर) को महाराष्ट्र स्थित अमरावती के केमिस्ट उमेश कोल्हे (Umesh Kolhe) मर्डर केस में आरोपपत्र दाखिल कर दिया है। इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद से जुड़े एक विवाद में कट्टरपंथियों ने उमेश कोल्हे को सरेआम मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले में 11 आरोपितों की गिरफ़्तारी हुई है। इनके खिलाफ मुंबई की NIA कोर्ट में चार्जशीट फाइल की गई है।
National Investigation Agency (NIA) on Friday filed a charge sheet against 11 arrested accused in the Mumbai NIA court in connection with the Amravati pharmacist Umesh Kolhe murder case: NIA pic.twitter.com/jGQEJ27wh5
— ANI (@ANI) December 16, 2022
रिपोर्ट के अनुसार, NIA ने जिन आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है, उनमें मुबशिर अहमद, शाहरुख खान, अब्दुल तौसीफ शेख, मोहम्मद शोएब, आतिब राशिद, यूसुफ खान, इरफान खान, अब्दुल अरबाज, मुस्फीक अहमद, शेख शकील और शाहिम अहमद के नाम शामिल हैं। बता दें कि उमेश कोल्हे हत्याकांड के संबंध में महाराष्ट्र के अमरावती जिले के सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन में 22 जून 2022 को केस दर्ज किया गया था। जब मामले की जाँच NIA को सौंपी गई, तब इस बारे में 2 जुलाई 2022 को NIA ने फिर से केस दर्ज किया गया था।
बता दें कि, अमरावती में 22 जून 2022 को मुस्लिम कट्टरपंथियों ने उमेश कोल्हे की गला काटकर हत्या कर दी थी। उमेश ‘अमित मेडिकल’ के नाम से केमिस्ट की दूकान चलाते थे। घटना की रात वे अपने बेटे संकेत और बहू वैष्णवी के साथ अलग-अलग बाइक से घर जा रहे थे, इसी बीच कट्टरपंथियों ने कोल्हे की गर्दन पर पीछे से चाकू से हमला कर दिया था। इस्लामिक कट्टरपंथियों ने भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण उमेश कोल्हे की हत्या की थी। बताया जाता है कि उमेश कोल्हे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में कोई पोस्ट अपने व्हाट्सएप पर शेयर कर दी थी, बस इसी पोस्ट से कट्टरपंथी इतने आगबबूला हो गए कि, उमेश को सरेआम मौत के घाट उतार दिया।
बता दें कि, उमेश की हत्या मामले में मुख्य साजिशकर्ता यूसुफ नाम का एक डॉक्टर है, जो उमेश और उनके परिवार को दशकों से जानता है। उमेश और युसूफ की दोस्ती भी थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, उमेश उसे 2006-07 से जानते थे। यूसुफ ने ही उमेश की पोस्ट संदिग्ध व्हॉट्सग्रुप में भेजकर कर कट्टरपंथियों को हत्या के लिए उकसाया था। इसके बाद हत्या की प्लानिंग की थी। यही नहीं, हत्या के बाद युसूफ दिखाने के लिए उमेश के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ था, ताकि उस पर किसी को शक न हो।
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