देहरादून: उत्तराखंड एवं हिमाचल में जंगलों में लगी आग अनियंत्रित हो गई है। जंगलों से होते हुए आग अब रिहायशी क्षेत्रों की तरफ रुख करने लगी है। उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद के 6 रेंज के जंगल निरंतर धधक रहे हैं। सबसे अधिक गणखेत रेंज, बैजनाथ रेंज, धर्मघर रेंज तथा पिंडारी के जंगल आग की चपेट में हैं।
वही गणखेत वन रेंज की आग रिहायशी क्षेत्र में पहुंच गई जहां 12 गौशाला समेत सैकड़ों घास के ढेर जलकर खाक हो गए हैं। मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन, दमकल विभाग, पुलिस प्रशासन समेत वन विभाग निरंतर आग बुझाने की कोशिश में जुटा है। आग से ग्रामीणों को बहुत आर्थिक हानि पहुंची है।
वही दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश के सोलन में भी कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिल रहा है। बड़ोग के बाद अब कंडाघाट, केथलीघाट, कनोह के जंगल धू-धू कर जल रहे हैं। कई किमी तक आग की लपटें ही लपटे दिखाई दे रही हैं। आसमान में चारों तरफ धुएं का गुबार उड़ रहा है। बीते 3 दिनों के चलते ही 200 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल आग की भेंट चढ़ चुका है। हरे-भरे जंगल जलकर राख हो गए हैं। इससे करोड़ों रुपए की वन संपदा तथा वन्य जीवों को भारी घाटा पहुंचा है। हाल ही में, राजस्थान के अलवर जिले के सरिस्का बाघ अभ्यारण के पृथ्वीपुरा-बालेटा गांव के जंगल के पहाड़ों में 28 मार्च को आग लग गई थी। कुछ ही समय में आग देखते ही देखते कई किमी इलाके में फैल गई। आग लगने की खबर प्राप्त होते ही सिविल डिफेंस की दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची तथा ग्रामीणों की सहायता से 8 घंटे की मशक्कत के पश्चात् इस पर नियंत्रण पा लिया।
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