नई दिल्ली: केंद्र सरकार देश में नई शिक्षा नीति लागू करने पर काम कर रही है. इस दौरान सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत 10वीं की बोर्ड परीक्षा नहीं होगी और MPhil भी बंद दिया गया है. ये मैसेज वाट्सअप पर तेजी से फ़ैल रहा है. लोगों के लिए भ्रामक संदेश बेचैन करने वाला है.
एक #Whatsapp मैसेज में दावा किया जा रहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत, कक्षा 10वीं के लिए कोई बोर्ड परीक्षा नहीं होगी।#PIBfactcheck:
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) March 22, 2022
▶️ यह दावा #फर्जी है।
▶️ @EduMinOfIndia ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है।
पढ़ें: https://t.co/6WQyQNLX14 pic.twitter.com/Sb4A47YPix
अब इस मामले में प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) की टीम ने संदेश की सच्चाई को खंगालने का प्रयास किया है. उसने पाया कि सरकार की तरफ से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. PIB द्वारा मामले को जांचने के बाद ये बात सामने आई है कि सरकार की नई शिक्षा नीति के तहत ऐसा कोई इरादा नहीं है और ना ही कोई आदेश जारी किया गया है. नई शिक्षा नीति का हवाला देकर इस मैसेज में कहा गया है कि शिक्षा विभाग और केंद्र सरकार ने 2020 की प्रस्तावित शिक्षा नीति को देखते हुए 10वीं की बोर्ड परीक्षा नहीं करवाने का आदेश जारी किया है.
ये एक फर्जी खबर है. नई शिक्षा नीति, 2020 में स्कूल और उच्च शिक्षा के संबंध में कई सुधारों को लेकर एक प्रस्ताव है, जैसे डिग्री पाठ्यक्रमों में कई प्रवेश और निकास विकल्प, विश्वविद्यालयों के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा, उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए एकल नियामक आदि और MPhil कार्यक्रमों को बंद करना. हालांकि, नई शिक्षा नीति में 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को समाप्त करने का कोई प्रस्ताव नहीं है, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया गया है. यह नीति बोर्ड और प्रवेश परीक्षाओं में सुधार करने की बात करती है, ताकि कोचिंग कक्षाएं शुरू करने की आवश्यकताओं को समाप्त किया जा सके.
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