महिलाए अपनी भावनाए को काफी आसानी से जाहिर कर लेती है. वही पुरुष महिलाओ की तुलना में आसानी से अपनी भावनाओ को व्यक्त नहीं कर पाते है. वह चाहते है की उनकी पार्टनर खुद इन बातों को बिना कहे समझे. आईये जानते है क्या है वह बातें?
- लड़कियां हर समय अपनी भावनाए को जाहिर करने में सहज होती है. वह दुखी होने पर रो कर अपना दुःख हल्का कर लेती है. लेकिन लड़को के मामले में यहाँ मामला उल्टा है. वह कभी भी उदास होने पर अपने दुःख को किसी के सामने जाहिर नहीं करते है. वह चाहते है की उनका पार्टनर खुद इस बात को समझे.
- पुरुष कभी भी ये बात अपनी पार्टनर के सामने नहीं कहते है. लेकिन जब बी उनकी पार्टनर किसी अंजाम मर्द का जिक्र करती है तो उन्हें इस बात का बुरा लगता है. वह हमेशा ये चाहते है की उनकी पार्टनर को इस बात का एहसास हो.
- हर लड़की को अपने पार्टनर से शिकायत होती है की वह उन्हें बिलकुल भी समय नहीं देता है. सबसे पहले तो इस बात को अपने दिमाग में बैठा ले की रिलेशनशिप में होने का यह मतलब बिलकुल नहीं होता है की आपका पार्टनर अपना सारा समय आपको दे. पुरुषो को महिलाओ की ये बात सबसे ज्यादा खटकती है. इसके बावजूद वह कभी इस बात का अपनी पार्टनर के सामने जिक्र नहीं करते है.
- हर पुरुष की चाहत होती है की उसकी पार्टनर उसकी किसी बच्चे की तरह केयर करे. लेकिन यह बात ज्यादातर पुरुष अपनी पार्टनर से नहीं कह पाते है.
- ये बात शायद एक पुरुष कभी ना कह पाए. लेकिन वह अपनी पार्टनर को खोने से काफी डरता है. अक्सर इसी डर के चलते कोई ऐसी बातें होती है. जिन्हें वह अपनी गिर्ल्फ्रेंड या पत्नी से नहीं कह पाता है. ऐसे में गिर्ल्फ्रेंड/पत्नी का ये फ़र्ज़ बनता है की वह अपने पार्टनर के मन की स्थिति को समझे.