पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव और उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने इन दिनों नीति आयोग की एक रिपोर्ट को लेकर नीतीश सरकार को निशाने पर लिया है। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'बिहार बेरोजगारी का मुख्य केंद्र है। 78 फीसद बेरोजगार ग्रेजुएशन से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट वाले हैं।'
तेजस्वी यादव ने कहा कि, '16 वर्षों की NDA सरकार बेरोजगारी बढ़ाने के एक सूत्रीय कार्यक्रम पर ही काम कर रही है। NDA सरकार का 19 लाख नौकरियाँ देने का वादा था, किन्तु अब उस पर कोई चर्चा ही नहीं। इन्होंने युवाओं को ठग लिया।' तेजस्वी यादव ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि नीतीश कुमार जी की सत्तालोलुप अदूरदर्शी नीतियों, गलत फैसलों और अक्षम नेतृत्व के कारण बिहार लगातार तीसरे वर्ष भी नीति आयोग की रिपोर्ट में सबसे फिसड्डी प्रदर्शन के साथ सबसे निचले पायदान पर है। भाजपा-नीतीश के 16 वर्षों के कागजी विकास का सबूत समेत यही सार, सच्चाई व असल चेहरा है।
वहीं लालू प्रसाद ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि नीतीश-भाजपा के 16 वर्षों की अथक कोशिश और नकारात्मक सियासत का ही प्रतिफल है कि बिहार नीचे से शीर्ष पर है। कथित जंगलराज का रोना रोने वाले पूर्वाग्रह से ग्रस्त जीव आजकल ज़ुबान पर ताला जड़ बिलों में छुपे है। बिहार का सत्यानाश हो जाए, किन्तु उन लोगों को सामाजिक आर्थिक न्याय गवारा नहीं।
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