वाशिंगटन: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद यानी यूएनएचआरसी (UNHRC) की मीटिंग में पाकिस्तान, जम्मू-कश्मीर का मसला उठा सकता है. जेनेवा में आयोजित किए गए यूएनएचआरसी के 42वें सत्र में भारत और पाकिस्तान दोनों को ही मंगलवार को अपना पक्ष रखने का अवसर मिलेगा. हालांकि UNHRC में कश्मीर मुद्दा उठाने पर भारत भी पाकिस्तान को करारा जवाब देगा.
पाकिस्तान के जवाब में भारत PoK में मानवाधिकार हनन का मसला उठाएगा. भारत, पाकिस्तान के सिंध-बलूचिस्तान में सेना के दमन का मुद्दा भी उठाएगा. भारत PoK में पाकिस्तानी सेना के जुल्म को उजागर कर सकता है. बलूचिस्तान, गिलगित, खैबर पख्तूनख्वा में मानवाधिकार उल्लंघन का उल्लेख भी किया जा सकता है. हिंदू, सिख पर हो रहे अत्याचार का भी जिक्र संभव है.
जेनेवा में राजनयिक अजय बिसारिया के साथ एक प्रतिनिधिमंडल लगातार इस सिलसिले में सदस्य देशों से मिल रहा है. यूरोप, अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका के देशों से वार्ता हो रही है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के कुल 47 मेंबर हैं. दरअसल पाकिस्तान, कश्मीर मसले पर बहस या प्रस्ताव के लिए कह सकता है. किन्तु भारत की दमदार कूटनीति की वजह से अमेरिका, फ्रांस और रूस के समर्थन मिलने की संभावना बेहद कम दिख रही है. चीन भी पाकिस्तान का खुलकर समर्थन नहीं कर सकेगा. हांगकांग में मानवाधिकार उल्लंघन के मामले में चीन स्वयं फंसा हुआ है. चीन भी नहीं चाहेगा कि मामला वोटिंग तक पहुंचे.
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