वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को सातवां बजट पेश किया, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट था। बजट में ऑटो इंडस्ट्री के लिए कई अहम घोषणाएं की गईं। आइए जानते हैं कि केंद्रीय बजट 2024 में ऑटो सेक्टर के लिए क्या बड़े बदलाव किए गए हैं।
निर्मला सीतारमण का बजट 2024
बजट पेश करते हुए निर्मला सीतारमण ने इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली लिथियम-आयन बैटरी की कीमत में कमी की घोषणा की। लिथियम-आयन बैटरी की कीमतों में इस कमी से इलेक्ट्रिक कारों की कीमत में कमी आएगी। सरकार देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ाने के लिए कदम उठा रही है। इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति पेश की। इस नीति के तहत अगर कोई विदेशी कंपनी 500 मिलियन डॉलर से अधिक का निवेश करती है और तीन साल के भीतर विनिर्माण संयंत्र स्थापित करती है, तो उसे आयात करों में छूट मिलेगी।
केंद्रीय बजट 2024: ऑटो सेक्टर के लिए बड़ी घोषणा
केंद्रीय बजट 2024 में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। सरकार का लक्ष्य लिथियम-आयन बैटरी की लागत कम करके इलेक्ट्रिक वाहनों की लागत को कम करना है।
बजट 2023 में बदलाव
2023 के बजट में सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों की लागत कम करने के लिए नीतियां पेश की थीं। इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण में इस्तेमाल होने वाली लिथियम-आयन बैटरी पर सीमा शुल्क 21% से घटाकर 13% कर दिया गया। इसके अलावा, विदेश से आयातित सेमी-नॉक्ड-डाउन कारों पर 35% सीमा शुल्क लगाया गया। विदेश में बनी कारों की पूरी तरह से निर्मित इकाइयों (सीबीयू) पर 70% सीमा शुल्क लगाया गया।
चाबी छीनना:
- इलेक्ट्रिक वाहनों की लागत कम करने के लिए लिथियम-आयन बैटरी की कीमतों में कमी
- मांग को बढ़ावा देने के लिए नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति
- विनिर्माण संयंत्रों में निवेश करने वाली विदेशी कंपनियों के लिए आयात करों में राहत
- बजट 2023 में लिथियम-आयन बैटरी पर सीमा शुल्क में कमी
- बजट 2023 में आयातित लक्जरी और हाई-एंड कारों पर सीमा शुल्क में वृद्धि
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