नई दिल्ली: देश में कोरोना की स्थिति पर पीएम मोदी ने गुरुवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की जिसमें पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी शामिल हुई. हालांकि बैठक के बाद उन्होंने पीएम मोदी पर गंभीर इल्जाम लगाए और कहा कि किसी भी सीएम को बोलने नहीं दिया गया. ममता बनर्जी के इस बयान के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया है. रविशंकर प्रसाद ने ममता बनर्जी के आचरण को बेहद शर्मनाक और पीड़ादायक करार दिया है.
रविशंकर प्रसाद ने ममता बनर्जी पर पलटवार करते हुए कहा कि कोरोना की जंग में जो अच्छे काम किये जा रहे हैं, उसके लिए पीएम मोदी ने डीएम की बैठक बुलाई थी, जिससे बाक़ी जगह भी उन अच्छे कामों को साझा किया जा सके. लेकिन ममता बनर्जी ने पीएम मोदी की बैठक में बहुत ही अशोभनीय व्यवहार किया. पूरी बैठक को डेरेल करना चाहती थी. आज ममता जी ने 24 परगना के सीएम को बोलने नहीं दिया.
उन्होंने आगे कहा कि, 17 मार्च को जब मुख्यमंत्रियों की मीटिंग बुलाई उसमें भी वो नहीं आयीं. पीएम मोदी के साथ 2014, 2015, 2019 में दो बैठक में नहीं आयी. मैं ममता जी से एक सवाल पूछता हूं कि पीएम मोदी, देश के जिलाधिकारी जो अच्छा काम कर रहे उनसे क्यों बात नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि, आज जब देश कोरोना से लड़ रहा और पीएम मोदी लगातार हर वर्ग से संवाद कर रहे हैं, वो डीएम से क्यों नहीं कर सकते. सियासत से ऊपर उठकर काम करने का वक़्त है. आज ममता जी ने जो आचरण किया है वो किसी तरह से लोकतांत्रिक व्यस्था में शोभा देता है क्या?
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