नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने आज शुक्रवार (3 जनवरी) को दिल्ली में निजामुद्दीन औलिया दरगाह जाकर अपनी जियारत की। इसके बाद वे ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 813वें उर्स के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चादर चढ़ाने के लिए अजमेर शरीफ दरगाह जाएंगे। केंद्रीय मंत्री के साथ भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी भी दरगाह पर चादर चढ़ाने के लिए गए थे।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए, रिजिजू ने कहा कि, "प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दी गई चादर चढ़ाने के लिए अजमेर शरीफ जाने से पहले, मैंने सोचा कि पहले निजामुद्दीन दरगाह जाना अच्छा रहेगा, इसलिए मैं आज यहां आया हूं। मैंने सभी के लिए, भविष्य के लिए प्रार्थना की।" रिजिजू ने कहा कि वह देश में भाईचारे और शांति पर पीएम मोदी के संदेश के साथ अजमेर शरीफ जा रहे थे। उन्होंने बताया कि, वह शनिवार को सुबह 11 बजे अजमेर शरीफ में प्रधानमंत्री मोदी की ओर से चादर चढ़ाएंगे।
उल्लेखनीय है कि, इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू को एक चादर सौंपी थी, जिसे 13वीं सदी के सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के मौके पर अजमेर शरीफ दरगाह में चढ़ाया जाएगा। बता दें कि, प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर हर साल दरगाह पर चादर भेजते रहे हैं। पीएम पद पर आसीन होने के बाद से मोदी ने दस बार अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर पेश की है। यह 11वीं बार होगा जब उनकी भेजी गई चादर अजमेर में चढ़ेगी। इससे पहले गत वर्ष 812वें उर्स के दौरान प्रधानमंत्री की ओर से तत्कालीन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और जमाल सिद्दीकी तथा मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल ने दरगाह पर चादर चढ़ाई थी।