इंदौर/ब्यूरो: इंदौर लगातार स्वच्छ्ता में नंबर वन आकर देश मे अपनी अमिट छाप लगाई है,उसी प्रकार इंदौर की महांकाल मानव सेवा के समाजसेवियों ने भी इंदौर को भिक्षुको से मुक्त इंदौर का संकल्प लिया है।इसी श्रृंखला में आज फिर देपालपुर क्षेत्र के गांधीनगर में रोड के बीच डिवाइडर पर कीचड़ और गंदगी से सने हुए एक मानसिक बीमार व्यक्ति को जब सबने अनदेखा किया तो कुछ समाजसेवी ने महाकाल सेवा संस्थान ट्रस्ट की मदद ली , तुरंत मदद करने पहुचे जय्यू जोशी,संत शरण सेन,सुनील ठाकुर,प्रियांशू पांडे,आदर्श गंगराड़े। अनुज सिंह राजपूत की खबर पर जब वहा तुरंत पहुचे तो मानसिक मरीज को देख होश उड़ गए।उस मानसिक रोगी ने अपने पूरे शरीर पर गोबर का 3 इंच तक पट्टा लगाया हुआ था। रोड से साइड लेकर रहवासियों की मदद से उसका कायाकल्प किया,नहला कर नए कपड़े पहनाकर इलाज की जिम्मेदारी ली।उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया।ताकि उसका सही इलाज प्रारंभ हो सके ।इस पूरे कार्य में हेमंत प्रजापत, आयुष गंगराड़े,आशिष चौहान, करिम पठान, फ़िरोज़ पठान, जोगिंदर तिवारी का भी अमूल्य योगदान रहा।
इंदौर की महांकाल मानव सेवा के समाजसेवियों ने आज मानवता की अनोखी मिसाल पेश कर दी है। आपको बता दे की यह संस्था कई वर्षो से कल्याणकारी कार्यो को करने के लिए अग्रणी रहती है और संस्था द्वारा किये गए कार्यो के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन्हे सम्मानित भी किया है और इतना ही नहीं संस्था अपनी टीम मैनेजमेंट की सहायता से हर उस व्यक्ति को मदद करती है जो शारीरिक और मानसिक रूप से पडित है।
आपको बता दे की महांकाल मानव सेवा संस्था ने कोरोना काल में भी हर उस व्यक्ति की मदद की जो संस्था या संस्था से जुड़े लोगो के सम्पर्क में आया, जानकारी के अनुसार संस्था के सदस्यों ने कोरोना काल में भोजन के पैकेट से लेकर किराना समाग्री तक भी लोगो को उपलब्ध करवाई और इतना ही नहीं हर सम्भव प्रयास किया जो संस्था के सदस्य कर सकते थे।
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