लंदन: कुछ समय पहले ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी ने 12 दिसंबर 2019 को होने वाले आम चुनाव के लिए बीते गुरुवार यानी 21 नवंबर 2019 को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. जिसमे 100 वर्ष पहले अमृतसर में जलियांवाला बाग नरसंहार के लिए भारत से माफी मांगने सहित देश के औपनिवेशिक अतीत की जांच करवाने का संकल्प जताया जा रहा है.
बर्बर घटना के लिए गहरा अफसोस जताया: सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने इस नरसंहार के 100 साल होने पर औपनिवेशिक काल में हुई इस बर्बर घटना के लिए गहरा अफसोस जताया था. लेकिन वही उन्होंने माफी नहीं मांगी थी. जंहा लेबर पार्टी के नेता जेरमी कोर्बिन ने 107 पन्ने का घोषणापत्र पेश किया गया. वही पार्टी ने इस मुद्दे पर आगे बढ़ने और माफी मांगने का संकल्प जताया है. दस्तावेज में यह भी कहा गया है कि लेबर पार्टी ब्रिटेन के 'अतीत में हुए अन्याय' की जांच के लिए एक न्यायाधीश के नेतृत्व वाली समिति बनाएगी. इसके अलावा ऑपरेशन ब्लूस्टार में देश की भूमिका की समीक्षा भी की जाने वाली है.
ऐसा भी कहा जा रहा है कि घोषणापत्र का शीर्षक है 'इट्स टाइम फोर रीयल चेंज'. इस घोषणापत्र के उप शीर्षक 'प्रभावी कूटनीति' में कहा गया है, 'हम जलियांवाला बाग नरसंहार के लिए औपचारिक माफीनामा जारी करेंगे और ऑपरेशन ब्लू स्टार के संबंध में ब्रिटेन की भूमिका की समीक्षा कर सकते है.'
ब्रिटिश सेना ने दी थी सलाह: यदि हम बात करें सूत्रों कि तो वर्ष 2014 में ब्रिटेन सरकार के सार्वजनिक हुए दस्तावेजों से पता चला था कि स्वर्ण मंदिर में भारतीय सेना के घुसने से पहले भारतीय सुरक्षा बलों को ब्रिटिश सेना ने सलाह दी थी. ब्रिटेन के कुछ सिख समूह वर्षो से मांग कर रहे हैं कि सार्वजनिक जांच होनी चाहिए कि किस तरह की सलाह दी जा चुकी है.
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