बुधवार को ब्रिटेन ने ईरान द्वारा मिसाइल हमले की निंदा की. ब्रिटेेन ने कहा कि ईरान को इस तरह की कार्रवाई नहीं करनी चाहिए. ब्रिटेन का कहना है कि कि इस हमले में मारे गए लोगों की सूचना से हम चिंतित हैं. दोनों ही देशों- अमेरिका व ईरान से दुनिया के कई देशों ने संयम बरतने को कहा है. इन देशों में ब्रिटेन के अलावा फ्रांस, जर्मनी भी शामिल हैं.
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अपने बयान में ब्रिटेन के विदेश सचिव डोमिनिक राब ने कहा, ‘गठबंधन सेना वाले इराकी मिलिट्री बेसों पर हमले की हम निंदा करते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘लोगों के हताहत होने और बैलिस्टिक मिसाइलों के इस्तेमाल को लेकर हम चिंतित हैं.’ बुधवार को ईरान ने इराक में अमेरिकी बेस पर मिसाइलों से हमला किया है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अमेरिकी बेस पर हमले के बाद ईरानी नेता अयातुल्ला खामनेई ने देश को संबोधित किया. उन्होंने हमला को सफल बताया और कहा कि यह हमला अमेरिका के घमंड पर ईरान का एक तमाचा है. ईरान ने इराक के अल-असद और इबरिल स्थित दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ठीक उसी वक्त मिसाइलों से हमला किया जिस वक्त अमेरिका ने हमला कर उसके जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या की थी. सुलेमानी को भी इराक में ही मारा गया था जब वह बगदाद में वह विमान से उतरकर अपने काफिले के साथ बढ़ रहे थे. इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि मिड्ल ईस्ट में जंग से केवल इस्लामिक स्टेट (दाएश) व अन्य आतंकी संगठनों को लाभ मिलेगा. बुधवार को ने इराम में अमेरिकी सैन्य बेस पर दर्जनों मिसाइलें दागी. पहला अनबर प्रांत के ऐन अल-असद प्रांत में दागी गई दूसरा इरबिल में जो कुर्दिस्तान क्षेत्र में आता है. यह हमला ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी के अंतिम संस्कार के बाद किया गया.
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