वाशिंगटन: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने पूरी दुनिभा की सरकारों से आग्रह किया है कि वे कोरोना वायरस से निपटने के अपने प्रयासों के केंद्र में महिलाओं एवं लड़कियों को रखें और उन पर ख़ास ध्यान दें। उन्होंने आशंका जताई कि लैंगिक समानता और महिला अधिकारों की रक्षा की दिशा में बीते कई दशकों में जो थोड़ी-बहुत प्रगति हुई, वह इस महामारी की वजह से खतरे में है।
गुटेरेश ने कहा कि मैं सरकारों से अपील करता हूं कि कोविड-19 से उबरने की अपनी कोशिशों के केंद्र में महिलाओं और लड़कियों को रखें। जिसकी शुरुआत महिलाओं को नेता, समान प्रतिनिधित्व और फैसले लेने की शक्ति के साथ होती है। कैश ट्रांसफर से लेकर क्रेडिट और लोन तक, इकॉनमी को बचाने और प्रोत्साहित करने के उपाय, महिलाओं को लेकर लक्षित होने चाहिए। महासचिव ने कहा कि अवैतनिक देखभाल कार्य को इकॉनमी में महत्वपूर्ण योगदान के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए।
उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि किस तरह नई बीमारी पहले से मौजूद असमानताओं को और गहरा कर रही है, जिससे महिलाओं और लड़कियों के जीवन पर इसका असर बढ़ रहा है। यह महामारी ऐसे दौर में फैली है जब दुनिया महिलाओं के अधिकारों और लैंगिक समानता पर कार्रवाई के लिए ऐतिहासिक बीजिंग प्लेटफॉर्म की 25वीं वर्षगांठ मना रही है।
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