जेनेवा: इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया (ISIS) की कथित हार और उसके नेता अबू बकर अल बगदादी के मारे जाने के बाद भी सीरिया और इराक के लिए ये संगठन बड़े संकट के रूप में मौजूद है. खुद संयुक्त राष्ट्र ने स्वीकार किया है कि सीरिया और इराक में ISIS के लगभग 10,000 लड़ाके मौजूद हैं और सक्रिय हैं. ये न केवल छिटपुट हमले कर रहे हैं, बल्कि अपने पैर भी पसार रहे हैं.
यूनाइटेड नेशंस के आतंकवाद रोधी विभाग के प्रमुख व्लादिमीर वोरोन्कोव (Vladimir Voronkov) ने इस बारे में जानकरी दी ही. उन्होंने कहा है कि अपनी हार के दो वर्षों के बाद भी आईएसआईएस (ISIS-ISIL) के लड़ाके न केवल फिर से उभर रहे हैं, बल्कि उन्होंने अपनी गतिविधियों में इजाफा करते हुए कई छिटपुट हमले भी किए हैं.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNGC) में बोलते हुए वोरोन्कोव ने कहा है कि इन दोनों मुल्कों में छोटे छोटे समूह में बंटकर ISIS के आतंकवादी अपनी गतिविधि जारी रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि ये लड़ाके केवल सीरिया-इराक तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्होंने अन्य क्षेत्रीय गुटों के साथ भी जथजोड़ मजबूत किया है. हालांकि सीधी लड़ाई वाले क्षेत्रों के बाहर उनकी गतिविधियां ज्यादा नहीं रही हैं, हो सकता है कि इसके पीछे कोरोना एक कारण हो, क्योंकि कोरोना के चलते पूरे इलाके में आर्थिक, यातायात प्रतिबंध लगे हुए हैं.
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