वाशिंगटन: यूनाइटेड नेशंस (UN) ने बच्चों पर कोरोना वायरस के असर के आकलन में कहा है कि इस महामारी से पैदा होने वाली वैश्विक मंदी के कारण इस साल हजारों बच्चों की जान जा सकती है। इसमें कहा गया है कि इससे शिशु मृत्यु दर को कम करने की कोशिशों को झटका लग सकता है। आकलन में कहा गया है कि अनुमानित 4.2 से 4.6 करोड़ बच्चे इस वर्ष संकट के परिणामस्वरूप गरीबी के गर्त में जा सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि 2019 में पहले से ही 38.6 करोड़ बच्चे अत्यधिक गरीबी के शिकार थे। UN द्वारा गुरुवार को जारी की गई पॉलिसी ब्रीफ: द इम्पेक्ट आफ कोविड-19 ऑन चिल्ड्रन' में कहा गया है, 'बच्चे इस महामारी का सामना नहीं कर रहे हैं। किन्तु उन्हें Covid-19 का खतरा है। हालांकि गनीमत है कि बच्चे कोरोना वायरस के प्रत्यक्ष स्वास्थ्य प्रभावों से बचे हुए हैं।'
बाल अस्तित्व और स्वास्थ्य के लिए खतरों पर इस रिपोर्ट में में कहा गया है, 'वैश्विक आर्थिक मंदी के परिणामस्वरूप परिवारों के समक्ष आई आर्थिक कठिनाई 2020 में अतिरिक्त हजारों बच्चों की मृत्यु की वजह बन सकती है, जो एक ही साल के अंदर शिशु मृत्यु दर को कम करने में पिछले दो से तीन वर्षों के प्रयासों को प्रभावित कर सकती है।'
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