नई दिल्ली: ‘विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC)’ ने ‘बैचलर ऑफ आर्ट्स (BA)’ के लिए इतिहास विषय का नया पाठ्यक्रम जारी कर दिया है। इसमें ‘पेपर वन’ में ‘आईडिया ऑफ भारत’ विषय है। इसके तहत भारतीय नजरिए से भारत का इतिहास पढ़ाया जाएगा। इसमें भारतीय इतिहास से सम्बंधित ज्ञान-विज्ञान, कला, संस्कृति और मनोविज्ञान की शिक्षा दी जाएगी। जो भारत की अस्तित्व का आधार है, उन चीजों की पढ़ाई इसी विषय के अंतर्गत होगी।
The UGC has come up with a new syllabus for B.A. History and it looks amazing.#Thread pic.twitter.com/n9jSkT0jno
— Indic History (@IndicHistory) July 8, 2021
इसके साथ ही, इसमें ‘सिंधु सरस्वती सभ्यता’ के संबंध में भी पढ़ाया जाना है। इसमें उस वक़्त में भारत के भौगोलिक विस्तार के संबंध में पढ़ाया जाएगा। एक चैप्टर भारत की सांस्कृतिक विरासत को लेकर भी है। इसमें एशिया, अमेरिका, अफ्रीका, यूरोप और सोवियत रूस के इतिहास के बारे में भी शिक्षा दी जाएगी। भारत में पर्यावरण के बारे में भी एक अध्याय है। इसमें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के साथ ही देश में संचार के इतिहास में भी अध्ययन कराया जाएगा। वैदिक धर्म व मनोविज्ञान पर एक अलग से चैप्टर रखा गया है। इसके साथ ही भारतीय ऐतिहासिक साहित्य के अंतर्गत वेद-वेदाङ्ग, उपनिषद, जैन-बौद्ध साहित्य और पुराणों के बारे में भी पूरा ज्ञान दिया जाएगा।
दिल्ली के इतिहास के लिए इसमें एक पृथक विषय है, जिसमें दिल्ली के प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही फर्जी इतिहासकारों द्वारा गढ़ी गई आर्य-द्रविड़ थ्योरी को भी इसमें 'मिथ' बताया गया है। समाज में संस्कृति और कला के हिसाब से क्या परिवर्तन आया, इस पर खास फोकस रहेगा। सिलेबस में बताया गया है कि किस प्रकार ज्ञान के लिए भारत की आत्मा को समझना जरूरी है। तुर्क, खिलजी और तुगलक वंशों को आक्रांता कह कर सम्बोधित किया गया है और इसी नैरेटिव से उनके बारे में पढ़ाया जाएगा।
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